क्वारंटाइन सेंटर में तब्लीगी महिलाओं के गर्भवती होने की होगी जांच
रांची के खेलगांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में तब्लीगी जमात की तीन विदेशी महिलाओं के गर्भवती होने की खबर दैनिक जागरण में छपने के बाद हड़कंप मच गया है। रांची जिला उपायुक्त छवि रंजन ने बुधवार को इस गंभीर मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची : रांची के खेलगांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में तब्लीगी जमात की तीन विदेशी महिलाओं के गर्भवती होने की खबर दैनिक जागरण में छपने के बाद हड़कंप मच गया है। रांची जिला उपायुक्त छवि रंजन ने बुधवार को इस गंभीर मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। एडिशनल कलेक्टर (अपर समाहर्ता) मामले की जांच करेंगे। क्वारंटाइन सेंटर में शारीरिक दूरी का पालन क्यों नहीं हुआ, इस सेंटर की निगरानी का जिम्मा किसके जिम्मे थे उससे पूछताछ की जाएगी। झारखंड हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ताओं के अनुसार अगर महिला क्वारंटाइन सेंटर में रहने के दौरान गर्भवती हुई है तो एपेडेमिक डिजिज एक्ट-2020 का उल्लंघन हुआ है। ऐसे में उक्त महिला व पुरुष के खिलाफ एक्ट की धारा 2 (3) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। वहीं, जिस प्रशासनिक अधिकारी के जिम्मे यहां की व्यवस्था थी उसके खिलाफ भी लापरवाही का मामला बनता है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन व वीजा नियमों के उल्लंघन के मामले में तब्लीगी जमात के 17 विदेशी नागरिकों के विरुद्ध रांची के हिदपीढ़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज है। इस मामले में सभी विदेशी नागरिक गिरफ्तार किए गए थे। तीनों महिलाएं उनके पति और अन्य विदेशी 30 मार्च से खेलगांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में थे, जहां से 20 मई को सभी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में भेजे गए थे। हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को सभी जेल से बाहर निकले तो पता चला कि तीन महिलाएं तीन माह की गर्भवती हैं। दो माह पूर्व जेल में जाने से पूर्व महिलाओं ने बताया था कि वे एक-एक माह की गर्भवती हैं, जबकि वे 50 दिनों से क्वारंटाइन सेंटर में थीं।
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अपने घर नहीं जा सकते जेल से छूटे 17 विदेशी, रांची में बनाया ठिकाना
जागरण संवाददाता, रांची : हाई कोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आए तब्लीगी जमात से जुड़े 17 विदेशी नागरिक रांची में ही ठिकाना बनाकर रह रहे हैं। नौ पुरुष कडरू स्थित एक घर में ठहरे में हैं। जबकि आठ लोग (चार दंपती) गुदड़ी चौक मिशन रोड में रह रहे हैं। स्थानीय तब्लीगी जमात के लोगों ने ही उनके रहने की व्यवस्था की है। 15 जुलाई को हाईकोर्ट से इन्हें इस शर्त पर जमानत मिली थी कि जब तक केस समाप्त नहीं हो जाता कोई भी विदेशी भारत छोड़कर नहीं जाएगा। 17 विदेशियों में से मलेशिया की एक 22 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी। झारखंड में कोरोना संक्रमण का यह पहला मामला था। निजामुद्दीन मरकज में धार्मिक आयोजन में शामिल होकर ये सभी ट्रेन से रांची आए थे। इन पर लॉकडाउन और वीजा उल्लंघन का मामला दर्ज है।