पत्थलगड़ी की मास्टरमाइंड बबीता कच्छप समेत तीन देशद्रोहियों को एटीएस ने दबोचा
झारखंड में संविधान विरोधी पत्थलगड़ी आंदोलन चलाने की मास्टरमाइंड और देशद्रोह की आरोपित बबीता कच्छप को गुजरात एटीएस की टीम ने उसके दो अन्य सहयोगियों के साथ गुजरात के महिसागर जिले के संतरामपुर में गिरफ्तार कर लिया।
राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड में संविधान विरोधी पत्थलगड़ी आंदोलन चलाने की मास्टरमाइंड और देशद्रोह की आरोपित बबीता कच्छप को गुजरात एटीएस की टीम ने उसके दो अन्य सहयोगियों के साथ गुजरात के महिसागर जिले के संतरामपुर में गिरफ्तार कर लिया। ये सभी तीन साल से फरार चल रहे थे। एटीएस ने उन्हे स्थानीय लोगों को प्रशासन के खिलाफ भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया है। बबीता कच्छप के अलावा गिरफ्तार दो अन्य सहयोगियों में सामू ओड़ेया व बिरसा ओड़ेया शामिल हैं। बिरसा ओड़ेया पत्थलगड़ी आंदोलन का आरोपित है तो सामू ओड़ेया की खूंटी पुलिस अफीम की तस्करी में तलाश रही थी। अब तीनों ही आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेकर झारखंड आएगी।
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खूंटी पुलिस को थी लंबे समय से बबीता की तलाश
पत्थलगड़ी आंदोलन में विजय कुजूर सहित कई बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के बाद से ही बबीता लंबे समय से फरार थी। उसपर खूंटी में ग्रामीणों को प्रशासन के खिलाफ भड़काने और पत्थलगड़ी को हवा देकर पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को बंधक बनाने का आरोप है। इस मामले में बबीता कच्छप के खिलाफ खूंटी जिले अलग-अलग थानों में प्राथमिकियां दर्ज हैं। पत्थलगड़ी आंदोलन का सूत्रधार बबीता का दूसरा सहयोगी युसूफ पूर्ति अब भी फरार है, जिसकी पुलिस को तलाश है।
------------ झारखंड में देशद्रोह का केस वापस लेने की प्रक्रिया भी जारी
झारखंड में झामुमो की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहली ही कैबिनेट की बैठक में पत्थलगड़ी समर्थकों पर दर्ज देशद्रोह के मुकदमे को वापस लेने की घोषणा की थी। राज्य में देशद्रोह का केस वापस लेने की प्रक्रिया भी जारी है। इसके बाद से सभी संबंधित जिलों में उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित स्क्रीनिग कमेटी को इससे संबंधित अनुशंसा गृह विभाग को भेजने का आदेश जारी हुआ था।
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प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को बनाया था बंधक पत्थलगड़ी समर्थकों के खिलाफ खूंटी जिले के खूंटी, मुरहू और अड़की थाने में पत्थलगड़ी के 19 मामले दर्ज हैं। इन मामलों में 172 नामजद सहित सैकड़ों अज्ञात ग्रामीण शामिल हैं। इनमें अब तक 45 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं, मुख्य मास्टरमाइंड यूसुफ पूर्ति सहित अन्य कई नेता अब भी फरार हैं। खूंटी प्रखंड के काकी गाव में बबीता कच्छप के नेतृत्व में पत्थलगड़ी समर्थकों ने मई 2017 में तत्कालीन एसपी, डीडीसी, एसडीओ और एसडीपीओ सहित दर्जन भर पुलिस इंस्पेक्टरों और 100 से अधिक जवानों को 24 घंटे से अधिक समय तक तक बंधक बनाए रखा था। पूर्व सांसद कड़िया मुंडा के आवास पर भी हमला कर इन्होंने सुरक्षाकर्मी को बंधक बना लिया था। वहीं लोगों को जागरूक करने गई कलाकारों की टोली में शामिल आधा दर्जन लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने का भी आरोप पत्थलगड़ी समर्थकों पर है।
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