Hazaribagh News: बलिदानी संदीप पाल को देखने उमड़ा जनसैलाब... राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार... राज्यपाल रमेश बैस ने दी श्रद्धांजिल
Martyr Sandeep Pal लद्दाख में वाहन हादसे में जान गंवाने वाले हजारीबाग के लाल संदीप कुमार पाल का पार्थिव शरीर रविवार को हजारीबाग स्थित उनके आवास पहुंचा। इससे पूर्व रांची एयरपोर्ट पर राज्यपाल और मंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके बलिदान को याद किया।
रांची, जागरण संवाददाता। लद्दाख में एक सड़क हादसे में बलिदान हुए सात जवानों में हजारीबाग निवासी आर्मी नायक संदीप कुमार पाल का पार्थिव शरीर सुबह 8 बजे बजे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर विशेष विमान से लाया गया। सिख रेजीमेंट 22 बटालियन के जवान संदीप भी दुर्घटनाग्रस्त ट्रक पर सवार थे। उनकी मौत की सूचना शुक्रवार देर रात उनके स्वजन को मिली। वहीं रांची एयरपोर्ट पर राज्यपाल रमेश बैस और परिवहन विभाग के मंत्री चंपई सोरेन ने पहुंच कर संदीप कुमार पाल को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर संदीप कुमार पाल के स्वजन भी मौजूद थे। रांची एयरपोर्ट पर आर्मी के पदाधिकारी के साथ-साथ एसएसपी रांची और सिटी एसपी भी मौके पर मौजूद थे। संदीप कुमार पाल का पार्थिव शरीर दोपहर बाद हजारीबाग उनके आवास पर पहुंचा। यहां बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। फौजी पुत्र के निधन से गांव-घर पूरी तरह उदास नजर आया। हर किसी की आंखें नम थीं।परिजन बिलख बिलखकर रो रहे थे। गांव में संदीप कुमार पाल अमर रहें का नारा गूंज रहा था।
बेहद गरीब परिवार से थे संदीप पाल
मालूम हो कि लद्दाख के तुरतुक सेक्टर में सड़क दुर्घटना में शुक्रवार को सात भारतीय जवानों की जान चली गई थी। वाहन में 26 भारतीय जवान मौजूद थे। इसमें संदीप कुमार पाल भी शामिल थे। संदीप कुमार पाल हजारीबाग जिले के खिरगांव मोहल्ले के गडेरी मोहल्ला निवासी थे। उनकी उम्र 32 वर्ष थी। संदीप कुमार पाल के पिता का नाम जय नंदन कुमार पाल है। संदीप कुमार पाल के बड़े भाई प्रिंटिंग का कार्य करते हैं। उनकी दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। कोरोना के कारण उनकी मां का वर्ष 2020 में निधन हो गया था। संदीप कुमार पाल वर्ष 2013 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे। उन्होंने नौ वर्ष तक देश सेवा की। वह बेहद गरीब परिवार से आते थे। काफी संघर्ष के बाद उन्होंने भारतीय सेन ज्वाइन की थी। उनमें देशभक्ति का जुनून बचपन से ही देखा जा रहा था। आस-पड़ोस के लोगों की मानें तो वह काफी सौम्य स्वभाव के थे। हर किसी से उनके बेहतर संबंध थे।
राजकीय सम्मान के साथ बलिदानी का अंतिम संस्कार
संदीप पाल रविवार दोपहर पंच तत्व में विलीन हो गए। खीरगांव मुक्ति धाम में बलिदानी संदीप पाल का राजकीय सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर फायरिंग कर बलिदानी को सलामी भी दी गई। इस अवसर पर सेना व सिख रेजीमेंट के पदाधिकारी, वरीय पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारी, सदर विधायक मनीष जायसवाल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व सर्वदल के लोग मौजूद थे। इससे पहले रांची से सड़क मार्ग से फूलों से सजे ट्रक पर बलिदानी का पार्थिव शरीर हजारीबाग गडेरिया मुहल्ला स्थित बलिदानी के आवास पहुंचा। पार्थिव शरीर के साथ सिख रेजींमेंट के कई पदाधिकारी भी शामिल हजारीबाग आए थे।
शहर में तिरंगा लेकर लोगों ने किया सम्मान प्रकट
इससे पहले शहर में दाखिल होने स्रे पहले ही बड़ी संख्या में तिरंगा लिए बाइक सवार लोगों ने रांची से पहुंचे पार्थिव लोगों की अगुवाई की। सभी लोग बलिदानी संदीप पाल अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा संदीप तेरा नाम रहेगा जैसे गगनभेदी नारा लगा रहे थे। बलिदानी के आवास से शव यात्रा अपराह्न तीन बजे मुक्तिधाम के लिए निकली। इस अवसर पर लोगों का जन सैलाब उमड़ गया। शव यात्रा में सर्वधर्म और सर्वदल के लोग शामिल थे। रास्ते भर जगह जगह पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा की गई।
अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने पुष्प बरसाया
खीरगांव कब्रिस्तान चौक पर अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने पुष्पवर्षा कर बलिदानी का नमन किया। विदित हो की लद्दाख में घटना की सूचना मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड टूट पडा था। बड़ी संख्या लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे थे। इसी क्रम में उपायुक्त नैंसी सहाय और पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चाेथे भी शनिवार संध्या बलिदानी के आवास पहुंचे और परिजनों को ढाढस बंधाया था। सदर विधायक मनीष जायसवाल सहित गणमान्य और सभी दलों के लोग शव यात्रा में शामिल हुए।