निर्धारित लक्ष्य को पाने वाला व्यक्ति ही सफल
रांची जीवन में निर्धारित लक्ष्य को पाने वाला व्यक्ति ही सफल कहलाता है और इसी सफलता को प्रतिभा कहा जाता है।
रांची : जीवन में निर्धारित लक्ष्य को पाने वाला व्यक्ति ही सफल कहलाता है और इसी सफलता को प्रतिभा कहते हैं, जो हर इंसान में पाया जाता है। बस आवश्यकता इसे पहचानने और समझने की है। यह विचार अमिटी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमन झा ने झारखंड मैथिली मंच द्वारा आयोजित मिथिला नव वर्ष एवं पारंपरिक लोक पर्व जुड़ि शीतल सह युवा प्रतिभा सम्मान समारोह में व्यक्त किए। इसका आयोजन हरमू स्थित विद्यापति दलान पर किया गया था। विशिष्ट अतिथि झारखंड स्किल डेव्लपमेंट मिशन के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी अमर झा ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि भारत वर्ष में सबसे ज्यादा युवा हैं और युवाओं मे कौशल विकास के माध्यम से ही समाज का विकास किया जा सकता है। झारखंड मैथिली मंच के अध्यक्ष अरुण झा ने आगंतुकों का स्वागत और नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मंच प्रतिभाओं के सम्मान के लिए अपनी प्रतिबद्धता रखता है। खेल, पढ़ाई या अन्य किसी भी क्षेत्र में समाज को गौरवान्वित करना वाले व्यक्ति सम्मान का हकदार है। महासचिव भारतेंदु झा ने संचालन करते हुए कहा कि इन विभूतियों के सम्मान का दिन बड़ा ही महत्वपूर्ण है। आज के दिन ही ब्रह्मा ने सृष्टि कि रचना की थी। मर्यादा पुरषोत्तम राम एवं युधिष्ठिर का राज्याभिषेक आज के ही दिन हुआ था। नव वर्ष के रूप में मनाते हैं जुड़ि शीतल : मिथिलांचल में जुड़ि शीतल नव वर्ष के रूप में मनाते हैं। यह त्योहार नव जीवन प्राप्ति, नव ऊर्जा से शत्रु दमन, पर्यावरण संरक्षण और मानवीय हित सुरक्षा जैसा सुखद एवं आध्यात्मिक संदेश देता है। इस दिन बड़ों से जल के छींटे हर्षित एवं प्रफुल्लित रहने के लिए आशीर्वाद के रूप मे प्राप्त करते हैं । धन्यवाद ज्ञापन जयंत झा ने किया। अंत में सदस्यों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी। मौके पर विशिष्ट जन सुबोध चौधरी, आत्मेश्वर झा, शिक्षक बीएन झा, कुमुद झा, सुमन ठाकुर, बाबूलाल झा, ब्रज कुमार झा, अदित्य नाथ मिश्रा, गोविंद झा, बहिना प्रकोष्ठ की बबीता झा, अनीता झा, बिट्टू झा, सुनीता झा, रंजीता झा, संगीता झा, पूनम मिश्रा और अंजू झा आदि मौजूद थे। आयोजन को सफल बनाने में अभय कुमार झा, ब्रज किशोर झा, संतोष मिश्रा, गंगेश मिश्रा, संतोष झा, नरेश झा और विनय झा का योगदान रहा ।