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रांची में 8 मरीजों की लाइव सर्जरी, यहां देशभर से जुटे 250 दिग्‍गज सर्जन; थायराइड-बवासीर पर खुला शोध

टीएमएच मुंबई के डॉ. अशोक मेहता ने गले के थायराइड के मरीज की लाइव सर्जरी कर कार्यशाला में उपस्थित छात्रों और डॉक्टरों के संशय को दूर किया। साथ ही सर्जरी की बारीकियों की जानकारी दी।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 09:26 AM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 09:26 AM (IST)
रांची में 8 मरीजों की लाइव सर्जरी, यहां देशभर से जुटे 250 दिग्‍गज सर्जन; थायराइड-बवासीर पर खुला शोध
रांची में 8 मरीजों की लाइव सर्जरी, यहां देशभर से जुटे 250 दिग्‍गज सर्जन; थायराइड-बवासीर पर खुला शोध

रांची, [जागरण स्‍पेशल]। राजधानी रांची में शल्य चिकित्सकों का राज्यस्तरीय वार्षिक सम्मेलन जेसीकॉन-19 के पहले दिन थायराइड, इंग्वाइनल हर्निया, , लेप्रोस्कोपिक वेंट्रल हर्निया, फिस्टुला इन एनो और हैमरहोयडेकटॉमी की लाइव सर्जरी हुई। इस सम्मेलन में देशभर से 250 से अधिक सर्जन शामिल हुए। टीएमएच मुबंई के 80 वर्षीय डॉ. अशोक मेहता ने गले में थायराइड की सर्जरी कर मौजूद जूनियर-सीनियर डॉक्‍टरों की शंकाएं दूर कीं। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू शनिवार को विधिवत वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी। 

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एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया का तीन दिवसीय 18वां वार्षिक सम्मेलन 'जेसीकॉन-19Ó का शुभारंभ शुक्रवार को टीएमएच मुंबई के 80 वर्षीय जेनरल सर्जन डॉ. अशोक मेहता, डॉ. राजेश श्रीवास्तव, डॉ. वीके जैन, डॉ. शीतल मलुवा, डॉ. आरएन सिंह, डॉ. निशित एक्का, डॉ. कुमार गौरव, डॉ. मृत्युंजय सरावगी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। 

इस तीन दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन आयोजित कार्यशाला में थायराइड सर्जरी, इंग्वाइनल हर्निया, बवासीर, लेप्रोस्कोपिक वेंट्रल हर्निया, फिस्टुला इन एनो और हैमरहोयडेकटॉमी पर लाइव सर्जरी की गई। टीएमएच मुंबई के डॉ. अशोक मेहता ने गले के थायराइड के मरीज की लाइव सर्जरी कर कार्यशाला में उपस्थित छात्रों और डॉक्टरों के संशय को दूर किया। साथ ही सर्जरी की बारीकियों की जानकारी दी।

वहीं डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने इंग्वाइनल हर्निया और डॉ. पवन झा ने बवासीर की लाइव सर्जरी कर आसन व सरल तरीके बताए। सभी सर्जरी का सीधा प्रसारण रिम्स ऑडिटोरियम में किया गया। लाइव सर्जरी के दौरान कुछ डॉक्टर व रिम्स के छात्रों ने विशेषज्ञ डॉक्टरों से कई सवाल किए। डॉ. अशोक मेहता ने कहा कि किसी भी संगोष्ठी या सम्मेलन के द्वारा ऑन गोइंग नॉलेज का आदान प्रदान किया जाता है। कई बार ऐसे जटिल केस भी होते हैं जिसमें डॉक्टर को उसकी जानकारी सही से नहीं होती है। वैसे में ऐसे सम्मेलन के माध्यम से काफी जानकारी मिलती है।

रिम्स के छात्रों ने पोस्टर प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किए

दूसरे सत्र में रिम्स के छात्रों ने पोस्टर प्रेजेंटेशन व प्री-पेपर प्रस्तुत किया। इसके अलावा देर शाम क्विज हुआ। इसमें सर्जरी से संबंधित सवाल जवाब किए गए। सम्मेलन के ऑर्गनाइजिंग कमेटी के सचिव रिम्स सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. शीतल मलुआ ने बताया कि शनिवार को जेसीकॉन-19 के वार्षिक सम्मेलन में देश के विभिन्न प्रदेशों से आए प्रसिद्ध शल्य चिकित्सक आधुनिक पद्धति से सर्जरी के जटिल विधाओं की जानकारी देंगे।

जेसीकॉन के वार्षिक सम्मेलन में एएसआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. अरविंद कुमार, पीजीआइ चंडीगढ़ ट्रांसप्लांट सर्जरी के पूर्व विभागाध्यक्ष पद्मश्री मुकुट मिंज, टीएमएच मुंबई के डॉ. अशोक मेहता, एएसआइ के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. दिलीप गोड़े, डॉ परवेज शेख राजेश श्रीवास्तव डॉ अजय मंडल आदि विभिन्न विषयों पर अपने अनुभव और नई पद्धति से विभिन्न बीमारियों के इलाज की विधाओं की जानकारी देंगे।


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