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Jharkhand: दुर्गापूजा अवकाश के बाद फिजिकल कोर्ट शुरू करने की मांग, चीफ जस्टिस को लिखा पत्र

झारखंड हाई कोर्ट के वकीलों ने दुर्गापूजा अवकाश के बाद सामान्य (फिजिकल) कोर्ट शुरू करने की मांग की है। अधिवक्ताओं ने कहा है कि लॉक डाउन और कोरोना संक्रमण के दौरान वकीलों ने कोर्ट से पूरे तालमेल के साथ काम किया है लेकिन वकीलों की परेशानी...

By Vikram GiriEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 03:52 PM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 03:52 PM (IST)
Jharkhand: दुर्गापूजा अवकाश के बाद फिजिकल कोर्ट शुरू करने की मांग, चीफ जस्टिस को लिखा पत्र
दुर्गापूजा अवकाश के बाद फिजिकल कोर्ट शुरू करने की मांग। जागरण

रांची (राज्य ब्यूरो) । झारखंड हाई कोर्ट के वकीलों ने दुर्गापूजा अवकाश के बाद सामान्य (फिजिकल) कोर्ट शुरू करने की मांग की है। अधिवक्ताओं ने कहा है कि लॉक डाउन और कोरोना संक्रमण के दौरान वकीलों ने कोर्ट से पूरे तालमेल के साथ काम किया है, लेकिन वकीलों की परेशानी का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। इसे देखते हुए पूजा अवकाश के बाद दो नवंबर से फिजिकल कोर्ट शुरू किया जाना चाहिए। फिजिकल कोर्ट शुरू नहीं होने पर तीन नवंबर से अधिवक्ता लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करेंगे। इसको लेकर झारखंड हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन की अध्यक्ष ऋतु कुमार ने चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है।

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पत्र में कहा गया है कि कोरोना काल में एसोसिएशन की अधिवक्ताओं और अदालत के बीच समन्वय बनाकर कार्य करने की भरपूर कोशिश की गई। इसके बाद भी कई परेशानी है। कई मामलों में अधिवक्ताओं के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। अति आवश्यक मामलों की सूचीबद्ध कराने में भी परेशानी हो रही है।

सिविल सहित कई मामलों की सुनवाई में देरी हो रही है। अधिवक्ताओं द्वारा समय मांगे जाने पर नहीं दिया जा रहा है। वैसे मामले जिनमें पूर्व में अंतरिम राहत प्रदान मिली है उसे 31 दिसंबर तक नहीं बढ़ाया जाना भी उचित नहीं है। पत्र में यह भी कहा गया है कि यदि उनकी मांगों और परेशानी को दूर नहीं किया गया, तो एडवोकेट एसोसिएशन लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांग रखेगा।


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