डास व म्यूजिक से बनाएं गर्मी की छुट्टियों को खास
डास से लेकर सिंगिंग के गुर सिखाने के लिए वर्कशॉप व कैंप ऑर्गनाइज किए जा रहे हैं। गर्मी के माहौल में ये लर्निंग सेंटर टैलंट को अच्छे तरीके से देंगे शेप।
जागरण संवाददाता, राची : बच्चों को समर वेकेशन का इंतजार रहता है तो उनके पैरंट्स के लिए ये छुट्टिया बहुत से मौके लेकर आती हैं। होमवर्क और असाइनमेंट की चिंता से दूर बच्चे इस दौरान क्त्रिएटिव लर्निंग की ओर ध्यान दे सकते हैं। इस बार भी डास से लेकर सिंगिंग के गुर सिखाने के लिए वर्कशॉप व कैंप ऑर्गनाइज किए जा रहे हैं। गर्मी के माहौल में ये लर्निंग सेंटर टैलंट को अच्छे तरीके से शेप देंगे। कई वर्कशॉप में तो उम्र का भी कोई बंधन नहीं है। ऐसे में अगर आप के मन में भी कोई दबी हुई क्त्रिएटिव ख्वाहिश है तो वह पूरी की जा सकती है। शहर में ऐसी ही वर्कशॉप और कैंप कई जगह ऑर्गनाइज किए जा रहे हैं।
डास :
डास का शौक रखने वालों के लिए कई अवसर हैं। कई जगह एक महिने का वर्कशॉप करा रहे हैं। उसमें 5.14 साल तक के बच्चे भाग ले सकेंगे। यह वर्कशॉप सुबह 9 से 12 बजे तक चलेगी। इयकी फीस 500.1000 रुपये तक है।
कथक सीखें :
इन डास क्लास में कथक भी सिखाए जाएंगे। डास का शौक रखने वालों के लिए समर वेकेशन एक अच्छा वक्त है अपनी रूचि पर ध्यान देने का।
बॉलिवुड डास स्टेप के बनें मास्टर :
बॉलीवुड हर बच्चे को कभी न कभी उनके जीवन में प्रेरित करते हैं। अपने मन पसंद कलाकार की तरह दिखना उनकी तरह डास करनाए एक्टिंग करना उनको काफी आकर्षित करता है। डास क्लासेज बच्चों की गर्मियों की छुट्टियों का सही इस्तेमाल करने का एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। बच्चे ब्रेक डासए लॉकिंग पॉपिंग जैसे तरह.तरह के नए डास फॉर्म्स और स्टेप्स सीख सकते हैं।
कैसियो सीखें :
शहर के कई सिंगिंग क्लासेज में बच्चों को गाने के साथ.साथ वाद्य यंत्र बजाना भी सिखाया जाएगा। गिटारए कैसियो आदि जैसे वाद्य यंत्र बजाना सिखाया जाएगा। इसके लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। कई जगह यह क्लासेज सुबह 9 से दोपहर 12 और शाम 4 से 8 बजे तक चलेंगी।
सिगिंग सीखें :
कई बच्चों को गाने में रूचि होती है लेकिन पढाई के वजह से बहुत बार इनके शौक पूरे नहीं हो पाते। लेकिन गर्मियों की छुट्टियों में बहुत से क्लासेज में खास कर एक महीने के शार्ट कोर्स बच्चों के लिए कराए जा रहे हैं। इसमें वह सिंगिंग सीख सकते हैं। यह सिर्फ बच्चों का टैलेंट के क्लासेज होंगे इसमें कोई ग्रेड व पॉइंट्स नहीं दिए जाएंगे।
सीख सकते हैं क्लासिक म्यूजिक :
बहुत से क्लासेज ऐसे भी हैं जो क्लासिकल सिंगिंग में शार्ट कोर्सेज करा रहे हैं सिंगिंग क्लासेज चलाने वाली अर्चना कहती हैं की बच्चों में सिंगिंग रियलिटी शोज देखने के बाद से गाने का शौक बढा है और बच्चों के अभिभावक भी उन्हें क्लासिकल गाने सीखने के लिए प्रेरित करते हैं। बच्चों का रुझान इस ओर बढा है। गर्मी के मौसम के कारण यह क्लासेज सुबह के वक्त ही कराए जा रहे हैं।
कहा कहा कराए जा रहे हैं क्लास :
गोल्डेन स्टेपर्स डास एकैडमी
सरस्वती म्यूजिक एंड डास एकैडमी
पाजेब