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झारखंड में आज वकीलों की हड़ताल, 35 हजार अधिवक्‍ता नहीं कर रहे कामकाज; बड़े केसों की सुनवाई टली

जिला बार एसोसिएशन की अपील पर अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से खुद को अलग रखा। मंगलवार को सिविल कोर्ट की विभिन्न अदालतों में सुनवाई नहीं हो रही है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 12:33 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 02:30 PM (IST)
झारखंड में आज वकीलों की हड़ताल, 35 हजार अधिवक्‍ता नहीं कर रहे कामकाज; बड़े केसों की सुनवाई टली
झारखंड में आज वकीलों की हड़ताल, 35 हजार अधिवक्‍ता नहीं कर रहे कामकाज; बड़े केसों की सुनवाई टली

रांची, जेएनएन। पलामू जिला बार एसोसिएशन और प्रभारी जिला जज के बीच उत्पन्न विवाद का रांची में असर देखने को मिला। रांची जिला बार एसोसिएशन की अपील पर अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से खुद को अलग रखा। मंगलवार को सिविल कोर्ट की विभिन्न अदालतों में सुनवाई नहीं हो रही है। कई प्रमुख मामले जैसे कांके दुष्कर्म, चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला आदि में भी सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत में सन्नाटा पसरा रहा। न्यायिक अधिकारी व कर्मचारी लंबित मामले निपटाने में जुटे रहे। इधर, अचानक न्यायिक कार्य से दूर रहने की घोषणा से आम लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। गवाही देने दूर-दराज से आने वाले पुलिस अधिकारी व अन्य गवाह मायूस होकर वापस लौट गए।

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दस्तावेज नवीस संघ ने भी दिया साथ, महज दो रजिस्ट्री हो पाई

जिला बार एसोसिएशन के सचिव कुंदन प्रकाशन की अपील पर दस्तावेज नवीस संघ भी अधिवक्ताओं के समर्थन में उतर गया। कचहरी, हिनू, डोरंडा, मोरहाबादी के चारो रजिस्ट्री ऑफिस में रजिस्ट्री कार्य बाधित रहा। जहां दिनभर में चारों रजिस्ट्री ऑफिस में आमतौर पर 100 डीड की रजिस्ट्री होती थी, वहां सिर्फ मोरहाबादी रजिस्ट्री ऑफिस में दो डीड की ही रजिस्ट्री हो पाई। दस्तावेज नवीस संघ के प्रदेश महासचिव पुष्कर साहू ने बताया कि बार के समर्थन में मंगलवार को भी दस्तावेज राइटर रजिस्ट्री कार्य से दूर रहेंगे।

अधिवक्ताओं ने मुंशी, टाइपिस्ट व दलालों को बार परिसर से खदेड़ा

दिन के 11.45 बजे रजिस्ट्री ऑफिस के सामने स्थित पुराना बार भवन परिसर में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिला बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव(प्रशासन) पवन रंजन खत्री के साथ तीन-चार अधिवक्ताओं ने टाइपिस्ट, मुंशी, दलाल व स्टांप विक्रेताओं को कामकाज बंद करने को कहा। उन लोगों ने जब इसका विरोध किया तो अधिवक्ता हाथापाई पर उतर गए। टेबल-कुर्सी उलट दी। बार परिसर स्थित होटलों में सामान को इधर-उधर फेंक दिया। अधिवक्ताओं के रोष को देखते हुए एजेंट, मुंशी व टाइपिस्टों ने वहां से भागने में ही अपनी भलाई समझी। हालांकि, बार एसोसिएशन के सचिव कुंदन प्रकाशन ने इस घटना की जानकारी होने से इन्कार किया है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि उन लोगों ने किसी को भी कार्य बंद कराने नहीं कहा था।

पलामू में अधिवक्ताओं ने मंगलवार को तीसरे दिन किया कार्य बहिष्कार

पलामू जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद नेहरू व पलामू के प्रभारी प्रधान जिला जज  पंकज कुमार द्वितीय के साथ हुई हाथापाई के खिलाफ  शनिवार से  अधिवक्ता गण आंदोलनरत हैं । नेहरू का कहना है कि जज ने पलामू जिला व्यवहार न्यायालय के बरामदे में कलर पकड़ कर उनके साथ मारपीट की। इधर उक्त घटना से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पलामू के प्रभारी प्रधान जिला जज पंकज  कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । इधर पलामू जिला व्यवहार न्यायालय के सभी अदालतों प्रकाश बहिष्कार किए जाने से सैकड़ों लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दर्जनों लोगों का बेल लंबित हो गया। इधर झारखंड स्टेट बार एसोसिएशन का एक शिष्टमंडल जिनके करीब 1:00 बजे पलामू जिला मुख्यालय मेरी नगर पहुंचेगा पूरी घटना की जानकारी लेगा।

अधिवक्ताओं ने किया एक दिवसीय कलम बंद हड़ताल

पलामू जिला के बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ जज पंकज कुमार के द्वारा हाथापाई करने पर लातेहार बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने मंगलवार को कड़ी निंदा करते हुए अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से अलग रखा।इस मौके पर अधिवक्ता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण कुमार द्विवेदी, सचिव वृंद कुमार , लाल अरविंद नाथ शाहदेव, जानकी यादव , शमशुल कमर खान, नागेंद्र गुप्ता राजमणि प्रसाद, नवीन गुप्ता ,बनवारी प्रसाद, प्रदीप उपाध्याय ,पंकज कुमार गणेश राम, नवरत्न पांडेय, मिथिलेश कुमार, संजय कुमार , देवेंद्र कुमार द्विवेदी, सूरज देव दुबे,राजीव रंजन पांडेय, संतोष रंजन, सविता साहू, बीणा कुमारी समेत कई अधिवक्ता उपस्थित थे।

रामगढ़ जिले के 400 अधिवक्ताओं ने किया न्यायालय का बहिष्कार

जिला अधिवक्ता संघ पलामू के अध्यक्ष सचिदानन्द तिवारी के साथ प्रभारी जिला जज पंकज कुमार द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की घटना को लेकर मंगलवार को जिला अधिवक्ता संघ रामगढ़ के 400 अधिवक्ताओं ने न्यायालय कार्य का बहिष्कार कर दिया। मंगलवार की सुबह रामगढ़ कोर्ट खुलते ही कोर्ट परिसर के अंदर किसी भी केस की पैरवी या सुनवाई के लिए एक भी अधिवक्ता अंदर नहीं गए। यहां तक की अधिवक्ताओं ने शपथ पत्र व एग्रीमेंट आदि के कार्यों से भी अपने आपको अलग रहा। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आनंद अग्रवाल ने बताया कि घटना को लेकर झारखंड स्टेर बार काउंसिल द्वारा लिए गए निर्णय के तहत आज वे लोग सभी तरह के न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया है।

गिरिडीह के अधिवक्ताओं ने किया न्यायिक कार्यों का बहिष्कार

झारखंड बार काउंसिल के निर्देश पर गिरिडीह जिले के करीब एक हजार से अधिवक्ताओं ने मंगलवार को न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर दिया है। सभी अदालतों में न्यायाधीश एवं न्यायिक दंडाधिकारी बैठे हुए हैं लेकिन एक भी अधिवक्ता पैरवी के लिए नहीं पहुंचे हैं। न्यायिक कार्य पूरी तरह से ठप है। गिरिडीह जिला बार एसोसिएशन के आह्वान पर अधिवक्ता आज हड़ताल पर हैं। गिरिडीह जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव चुनुकान्त ने बताया कि पलामू जिला व्यवहार न्यायालय के प्रभारी प्रधान जिला जज पर कार्रवाई की मांग को लेकर राज्यभर के अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया है। पलामू जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी के साथ मारपीट करने का आरोप प्रभारी जिला जज पर है। इस लड़ाई में गिरिडीह के भी अधिवक्ता एकजुट हैं।

लोहरदगा के अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से ख़ुद को अलग रखा

जिले के अधिवक्ताओं ने मंगलवार को बार काउंसिल के निर्देश पर डालटेनगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ न्यायाधीश पंकज कुमार द्वारा दुर्व्यवहार करने के विरोध में न्यायिक कार्यों का वहिष्कार किया। इस दौरान जिले के सभी अधिवक्ताओं ने विरोध जताते हुए न्यायिक कार्य से खुद को अलग रखें। लोहरदगा ज़िला बार एसोसिएशन ने घटना की निंदा करते हुए उक्त मामले पर विरोध किया और अधिवक्ता एकता की मज़बूती को लेकर नारेबाज़ी की।


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