Jharkhand News: जमीन के दस्तावेज कहीं सड़ न जाए... दो सालों में ऑनलाइन नहीं हो सका जमीन का दस्तावेज
Jharkhand News 1947 से अबतक के जमीन के दस्तावेज को निबंधन विभाग के वेबसाइट पर अपडेट करना था। लेकिन जिस प्रकार से रांची के निबंधन विभाग में कम चल रहे हैं अगले एक-दो सालों में भी सभी दस्तावेज अपलोड नहीं हो पाएगा डर है कही सड़ न जाए।
रांची, जासं। Jharkhand News जमीन के दस्तावेज को निबंधन विभाग के वेबसाइट पर अपलोड करना था। दो सालों से अपलोड करने का काम जारी जारी है लेकिन अभी तब इसमें सफलता नहीं मिल पाई है। जबकि एक साल में इसे अपलोड कर देने का लक्ष्य रखा गया था। विभाग का ढीला रवैया कहे या अपलोड करने वाली कंपनी की खामी, जिस प्रकार से कम चल रहे हैं अगले एक-दो सालों में भी सभी दस्तावेज अपलोड नहीं हो पाएगा। वहीं, इस मामले में झारखंड की राजधानी रांची में निबंधन विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
ऑनलाइन होगा दस्तावेज तो जमीन खरीद-बिक्री में रुक जाएगा फर्जीवाड़ा
अमूमन प्रतिमाह 8 से 10 लोग जमीन खरीदने से पहले रजिस्ट्री ऑफिस दस्तावेज की जांच कराने पहुंचते हैं जिसमें दस्तावेज फर्जी पाया जाता है। कई बार जालसाज रजिस्ट्रार का फर्जी दस्तखत बनाकर फर्जी डीड तैयार कर लेता है। जमीन किसी की और बेच कोई और देता है। इसको रोकने के लिए ही 1947 से अबतक के जमीन का दस्तावेज ऑनलाइन करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। अगर दस्तावेज ऑनलाइन कर दिया जाए तो घर बैठे लोग खरीदे जाने वाले जमीन का पूरा डिटेल देख सकते हैं। जालसाजों के फर्जीवाड़े से बच जाएंगे।
अपलोड करने से पहले कहीं सड़ न जाए दस्तावेज
रांची में कचहरी चौक स्थित मुख्य कार्यालय में स्ट्रांग रूम बनाया गया है, जहां जिले भर का दस्तावेज रखा गया है। एक छोटे से कमरे में ढूंस-ढूंस कर दस्तावेज रखे हैं। बारिश के दिनों में स्ट्रांग रूम से बदबू आने लगती है। कागजात सड़ने लगता है। कहीं ऐसा न हो कि डिजिटलाइजेशन करने से पहले ही दस्तावेज नष्ट हो जाए।