Lalu Yadav News: जेल से आजाद हुए कैदी नंबर- 3351... लेकिन लालू अभी नहीं आएंगे पटना...
Lalu Yadav Released Lalu Yadav News राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जमानत मिलने के 12 दिन बाद आखिरकार गुरुवार को जेल से रिहा हो गए। एम्स दिल्ली को ई-मेल के जरिये लालू यादव का रिलीज ऑर्डर भेजा गया। जिसके बाद उन्हें कस्टडी से आजाद कर दिया गया।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lalu Yadav News, Lalu Yadav Released चारा घोटाले (Fodder Scam) के चार मामलों के सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister of Bihar) राजद सुप्रीमो (RJD Supremo) लालू प्रसाद यादव 9Lalu Prasad Yadav) को जेल की कस्टडी से रिहा कर दिया गया है। सीबीआइ कोर्ट (CBI Special Court, Ranchi) की ओर से जारी रिलीज आदेश को बिरसा मुंडा होटवार जेल, रांची अथॉरिटी (Birsa Munda Jail, Ranchi) की ओर से एम्स, नई दिल्ली (AIIMS , New Delhi) भेजा गया। इसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। हालांकि लालू यादव (Lalu Yadav) एम्स से कब निकलेंगे, यह चिकित्सकों की सलाह के बाद निर्धारित होगा। बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के पिता लालू यादव (Lalu) चारा घोटाले (Chara Ghotala) के दुमका कोषागार (Dumka Treasury) से जुड़े मामले में 19 मार्च 2018 से सजा काट रहे थे। झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) ने उन्हें 17 अप्रैल को ही दुमका वाले मामले में जमानत (Lalu Yadav Bail) की सुविधा प्रदान कर दी थी।
लालू यादव को एम्स से मिली छुट्टी, दिल्ली में ही रहने की सलाह
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को करीब सवा दिन माह बाद शुक्रवार को एम्स से छुट्टी मिल गई। उनका स्वास्थ्य पहले से बेहतर है लेकिन अभी तक वह पूरी तरह ठीक नहीं हुए हैं। इसलिए एम्स के डाक्टरों ने उन्हें अभी दिल्ली में ही चिकित्सकीय निगरानी रहने की सलाह दी है। उल्लेखनीय है कि 23 जनवरी उन्हें गंभीर हालत में रांची से एयर एंबुलेंस के जरिये दिल्ली लाकर एम्स के आइसीयू में भर्ती किया गया। क्योंकि उन्हें दिल व किडनी की गंभीर बीमारी के अलावा फेफड़े में भी संक्रमण हो गया था। बाद में हालत सुधरने पर उन्हें प्राइवेट वार्ड में स्थानांतरित किया गया।
एम्स कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डा. राकेश यादव की निगरानी में उनका इलाज चल रहा था। कुछ दिन पहले ही उन्हें झारखंड हाई कोर्ट से उन्हें जमानत भी मिली थी। फिर भी उन्हें एम्स से छुट्टी नहीं दी गई थी। एम्स के एक वरिष्ठ डाक्टर ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण उन्हें एम्स से छुट्टी दी गई है। अभी उन्हें किडनी की समस्या है। इस वजह से उन्हें दिल्ली में ही रहने की सलाह दी गई है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्टेट बार काउंसिल के निर्देश पर अधिवक्ताओं के कार्य नहीं किए जाने के कारण बेल बॉड नहीं भरा जा सका था। पिछले दिनों बार काउंसिल आफ इंडिया के आदेश के आलोक में गुरुवार को लालू प्रसाद के पैरवीकार अधिवक्ता ने दो निजी मुचलके दाखिल किया। जिसे कोर्ट सही पाकर बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा होटवार के जेल अधीक्षक को भेज दिया, साथ ही लालू प्रसाद को जेल से छोड़ने का आदेश जारी किया।
इस मामले में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत ने लालू प्रसाद को दो धाराओं में सात-सात की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने दोनों सजाओं को अलग-अलग काटने का निर्देश दिया था। इसी मामले में लालू प्रसाद जेल में थे। बता दें कि कोरोना महामारी के कारण स्टेट बार काउंसिल के निर्देश पर अधिवक्ता अपने आप को न्यायिक कार्य से अलग रखे हुए थे।
28 अप्रैल को बीसीआइ ने आदेश जारी किया कि वैसे मामले में जिनको ऊपरी अदालत ने जमानत की सुविधा दे दी है। निचली अदालत में बेल बांड भरने की अनुमित दी जाती है। अधिवक्ता या अधिवक्ता लिपिक को बेल बांड भरने की छूट दी जाती है। इसी निर्देश के आलोक में लालू प्रसाद की ओर से बेल बांड भरा गया। लालू के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने बताया कि रिलीज ऑर्डर जेल चला गया। वहीं से दिल्ली स्थिति एम्स को ई-मेल के जरिए भेज दिया गया है। जहां पर लालू प्रसाद इलाज चल रहा है। इधर, जेल आइजी वीरेंद्र भूषण ने कहा कि लालू प्रसाद यादव को गुरुवार को ही रिहा कर दिया गया है।