Move to Jagran APP

नियम तोड़ कर रिम्स में लालू से मिले तेजस्वी और तेज प्रताप

नियम के अनुसार, लालू प्रसाद से किसी को भी मिलने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन तेज प्रताप और तेजस्वी ने पांच मिनट की मुलाकात की।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 19 Mar 2018 11:49 AM (IST)Updated: Mon, 19 Mar 2018 12:21 PM (IST)
नियम तोड़ कर रिम्स में लालू से मिले तेजस्वी और तेज प्रताप
नियम तोड़ कर रिम्स में लालू से मिले तेजस्वी और तेज प्रताप

जागरण संवाददाता, रांची। राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में इलाज के लिए भर्ती बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से नियम तोड़कर उनके बेटे तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव मिलने पहुंचे। नियम के अनुसार, लालू प्रसाद से किसी को भी मिलने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन तेज प्रताप और तेजस्वी ने पांच मिनट की मुलाकात की। लालू यादव अपने केबिन नंबर तीन में मौजूद थे। दोनों बेटों ने लालू यादव से तबीयत के बारे के बारे में जानकारी ली। फिर चले गए।

loksabha election banner

लालू की हालत में सुधार

जेल मैनुअल के अनुसार लालू यादव से मिलने की अनुमति किसी को भी नहीं है। मंगलवार के लिए तीन लोगों को पहले से अनुमति दी गई है। हालांकि, नियम तोड़कर तेजस्वी और तेज प्रताप के मिलने पर रिम्स प्रबंधन अपना पल्ला झाड़ रहा है। उनका कहना है कि इस बारे में उनके पास कोई जानकारी नहीं है। हालत में हुआ है सुधार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की हालत में रविवार को सुधार हुआ है। वे शनिवार को रिम्स में भर्ती हुए थे। उन्हें पेरी एनल एब्सेस (पिसूला) है।

सर्जरी विभाग के डॉ. मृत्युंजय सरावगी उनका इलाज कर रहे हैं। शनिवार की दोपहर होटवार केंद्रीय कारा में लालू की तकलीफ काफी बढ़ गई थी। इसके बाद उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया। रिम्स में उनकी कई तरह की जांच की गई। रविवार को मिली ज्यादातर रिपोर्ट नार्मल आई है। ब्लड शुगर थोड़ा बढ़ा हुआ है। कुछ इंफेक्शन भी है। बुखार, दर्द तथा कब्ज से उन्हें फौरी राहत मिली है। रविवार की सुबह सर्जरी विभाग के डॉ. मृत्युंजय सरावगी के नेतृत्व में उनके जख्म की पुन: ड्रेसिंग कराई गई। सर्जरी के डॉ. सुशील, डॉ. मंजीत एवं डॉ. उदय की टीम डॉ सरावगी के साथ लालू का इलाज कर रहे हैं। वहीं, हृदय रोग विभाग के डॉ. प्रवीण झा भी लालू यादव की जांच की।

पिसूला (एक प्रकार के जख्म) से वे 2014 से पीड़ित हैं। चार बार जख्म का रूप ले चुका है। उन्होंने एक बार एम्स में भी इसका इलाज कराया। इसमें मवाद भर जाता है। इसके बाद काफी पीड़ादायक हो जाता है। जख्म ठीक होने में काफी समय लगता है। डॉ. सरागवी ने बताया कि लालू प्रसाद ने पिसूला का ऑपरेशन नहीं कराया है। इसलिए बार-बार यह जख्म बढ़ जाता है। चिकित्सकों के अनुसार ऑपरेशन के बाद 90 फीसद मरीज ठीक हो जाते हैं। लालू ने कल रात खाने में खिचड़ी ली थी। रविवार से नार्मल डाइट लेने की सलाह दी गई है। खिचड़ी, रोटी, दाल, हरी सब्जी रुचि के अनुसार लेने की सलाह दी गई है। रविवार से उन्हें रिम्स से ही भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

दोनों बेटे मिले, विधायक व कार्यकर्ता लौटे

लालू प्रसाद से मिलने रविवार की सुबह उनके पुत्र तथा बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप रिम्स पहुंचे तथा पिता से मुलाकात की। शाम में दूसरे पुत्र बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव रिम्स पहुंचे। उन्होंने भी पिता से कुछ क्षण के लिए मुलाकात की। वहीं, राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, झारखंड प्रदेश राजद अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी, बिहार के अरवल विधायक रविंद्र सिंह, संदेश विधायक अरुण यादव, गया के पूर्व सांसद रामजी मांझी समेत कई विधायक एवं पार्टी के बड़े नेता लालू प्रसाद से मिले बगैर लौट गए।

किसे मिलना है, किसे नहीं, प्रशासन से मुझे इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है, कौन-कौन मिल रहे हैं इसकी भी जानकारी मुझे नहीं है।

- डॉ एसएस चौधरी प्रभारी अधीक्षक, रिम्स

---

लालू के लिए मंगलवार को तीन लोगों के मिलने की व्यवस्था की गई है। आज किसी को भी मिलने की विशेष अनुमति नहीं दी गई है।

-अशोक चौधरी, जेल अधीक्षक

इलाज में फैमिली डॉक्टर से भी सलाह ली जानी चाहिए : तेजस्वी
लालू प्रसाद यादव के बेटे बिहार सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव रविवार को पिता से मिलने रिम्स पहुंचे। रिम्स से बाहर निकलने पर उन्होंने कहा कि रिम्स में उनके पिता (लालू प्रसाद) का इलाज सही हो रहा है। लेकिन, इस मामले में उनके फैमिली डॉक्टर से भी सलाह ली जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उप चुनावों में भाजपा की हार से भाजपा की सरकार विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित कर रही है। लालू प्रसाद को अधिक देखभाल की जरूरत है। ड्रेसिंग नियमित होनी चाहिए। उन्हें डायबिटीज एवं ब्लड प्रेशर भी है। नियमित मॉनीटरिंग की जरूरत है। साथ ही, उन्हें हर्ट प्राब्लम भी है। इसलिए अधिक चौकसी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद से मिलने देने में प्रशासन अधिक सख्ती बरत रहा है। लोगों को मिलने का थोड़ा और वक्त मिलना चाहिए।

लिट्टी चोखा के साथ पहुंचे थे, नहीं मिल सके लालू से
रिम्स में रविवार को लालू प्रसाद से मिलने के लिए राजद नेताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता एवं समर्थक रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के परिसर में जमा हो गए थे। वे अपने साथ सत्तू, लिट्टी-चोखा आदि लेकर पहुंचे थे। लेकिन, नेताओं को अंदर नहीं जाने दिया गया। परिसर में बिहार से आई लगभग दो दर्जन गाडि़यां लगी थीं। गाडि़यों में खाने-पीने के सामान भी थे। अरवल विधायक अपने साथ ही लिट्टी-चोखा लेकर पहुंचे थे। गाड़ी में बैठकर ही वे खाना खा रहे थे। कई नेता सत्तू-मूढ़ी आदि लेकर पहुंचे थे। वे अपने नेता से मिलने के लिए बेताब थे। लेकिन, कोई गुंजाइश नहीं पाकर वे अपनी गाड़ी में ही बैठकर इंतजार कर रहे थे। लगभग चार बजे अरवल विधायक बगैर मिले रिम्स से निकल गए। उन्होंने कहा कि कल से असेंबली है।

नेताजी का दर्शन नहीं हुआ, इसका मलाल है। गया के पूर्व सांसद रामजी गंझू अपने लाव-लश्कर के साथ पहुंचे थे। लेकिन, शाम पांच बजे तक उन्हें मिलने नहीं दिया गया। उनके साथ गया जिला राजद के अध्यक्ष मुर्शीद आलम, प्रधान महासचिव जितेंद्र कुमार, पूर्व जिला अध्यक्ष प्रो. राधेश्याम प्रसाद आदि थे। नहीं मिलने देने पर नाराजगी जताते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि जिला प्रशासन राजद कार्यकर्ताओं को परेशान कर रहा है। दूर दराज से आए लोगों को भगा दिया जा रहा है। विक्रमगंज के उमेश प्रसाद सिंह (अधिवक्ता) समेत सैकड़ों समर्थक बिहार एवं झारखंड के अन्य कई जिलों से आए हुए थे। वे कार्डियक विभाग के परिसर एवं गैलरी में जमे थे। रिम्स परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.