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लालू बीमार, रिम्स का पेइंग वार्ड मालामाल

रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव शुल्क अदा करते हैं। उनके आदमी हर पांच दिन पर रुपये जमा करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 04:20 AM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 06:13 AM (IST)
लालू बीमार, रिम्स का पेइंग वार्ड मालामाल
लालू बीमार, रिम्स का पेइंग वार्ड मालामाल

अमन मिश्रा, रांची : रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने रिम्स प्रबंधन को 5 लाख 27 हजार रुपये दिए हैं। यह राशि उन्होंने पिछले डेढ़ साल से पेइंग वार्ड के शुल्क के रूप में अदा किया है। भर्ती होने के बाद से हर पांचवें दिन लालू प्रसाद की देखरेख कर रहे उनकी पार्टी के कार्यकर्ता रिम्स प्रबंधन को पांच हजार रुपये जमा करते हैं। अबतक 105 बार उन्होंने रिम्स को पेइंग वार्ड का निर्धारित किराया चुकाया है।

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दरअसल, रिम्स में पेइंग वार्ड की शुरुआत की गई थी, ताकि मरीजों को निजी अस्पतालों जैसी सेवा यहां मिल सके। वार्ड की सुविधा लेने के लिए रिम्स प्रबंधन ने इसके लिए एक हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराया निर्धारित किया है। पेइंग वार्ड शुरू होने के बाद से राजद सुप्रीमो एक मात्र ऐसे मरीज हैं जो बीते डेढ़ साल से यहां इलाजरत हैं। इनके अलावा 100 बेड के इस वार्ड में सिर्फ गिने चुने मरीज ही भर्ती हैं।

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पेइंग वार्ड में 527 दिन से रह रहे लालू प्रसाद

लालू प्रसाद चारा घोटाला मामले में जेल में बंद होने के बाद करीब दो साल से इलाजरत हैं। जेल में तबीयत खराब होने पर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से उन्हें इलाज के लिए एम्स भेजा गया। वहां से इलाज के बाद 1 मई 2018 को उन्हें रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया। दिल व किडनी के इलाज के दौरान 6 सितंबर 2018 को पेइंग वार्ड में भर्ती किया गया। तब से लेकर वर्तमान तक डा. उमेश प्रसाद की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। लालू प्रसाद ने सिर्फ पेइंग वार्ड में 527 दिन बीता दिए।

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भर्ती होने के समय 57 से 60 फीसद थी किडनी फंक्शनिंग

एम्स से रिम्स में भर्ती कराने के दौरान लालू प्रसाद की किडनी फंक्शनिंग 57 से 60 फीसद के बीच थी। दिल व गुर्दा का इलाज एम्स में चल रहा था। स्थिति में सुधार देखते हुए उन्हें वापस भेज दिया गया। जिसके बाद लालू प्रसाद को रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में कार्डियोलॉजिस्ट व जेल की ओर से इलाज के लिए अधिकृत डा. उमेश प्रसाद की देखरेख में भर्ती किया गया था। रिम्स में इलाज के दौरान उनकी किडनी फंक्शनिंग न्यूनतम 37 फीसद तक पहुंच गया था। जिसके बाद इंसुलिन व अन्य डोज बढ़ाई गई। अब 50 फीसद तक किडनी फंक्शन कर रहा है। डॉक्टरों के अनुसार सेहत में उतार चढ़ाव जारी है।

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एचबी-1 सी रिपोर्ट में आई थी गिरावट, दोबारा जांच के लिए भेजा गया है सैंपल

लालू प्रसाद का इलाज कर रहे डा. उमेश प्रसाद ने बताया कि उनके ब्लड शुगर में लगातार उतार चढ़ाव होता रहता है। किडनी फंक्शनिंग व ब्लड शुगर के लिए कुछ दिन पूर्व एचबी-1 सी जांच कराई गई थी। जिसके रिपोर्ट में गिरावट आई थी। शुक्रवार को उनका सैंपल दोबारा जांच के लिए भेजा गया है। डा. उमेश प्रसाद ने बताया कि दोनों जांच रिपोर्ट आने के बाद ही किडनी की सही गतिविधि व डायबिटीज लेवल का पता चल सकेगा। फिलहाल उनका किडनी 50 फीसद में स्टेबल है, जबकि रिपोर्ट में गिरावट के बाद इंसुलिन की मात्रा 90 यूनिट की गई है। एचबी1सी जांच के अलावा ब्लड शुगर, यूरिया, क्रिएटनीन, ब्लड यूरिया, नाइट्रोजन और कैल्शियम फॉस्फेट के जाच के लिए भी सैंपल भेजा गया है। डॉक्टर ने लालू प्रसाद को खानपान में विशेष ध्यान देने की सलाह दी है।

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पेइंग वार्ड में हर दिन के लिए हजार

रुपये शुल्क निर्धारित हैं। जबकि रूम अलॉट होने के बाद एक बार में पांच दिन की राशि ली जाती है। लालू प्रसाद का भी समय पर भुगतान होता है। उनकी देखभाल कर रहे लोग हर पांचवें दिन पैसे जमा करते हैं।

-डा. विवेक कश्यप, चिकित्सा अधीक्षक, रिम्स।

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