बढ़ गया लालू का ब्लड शूगर, इंसुलिन लेने से किया मना
डॉक्टरों ने लालू को इंसुलिन लेने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने इंसुलिन लेने से साफ मना कर दिया।
जागरण संवाददाता, रांची। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का ब्लड शूगर बढ़ गया है। खाली पेट में शूगर का स्तर 150 है, खाने के बाद यह 200 से 300 के बीच रह रहा है। डॉक्टरों ने लालू को इंसुलिन लेने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने इंसुलिन लेने से साफ मना कर दिया। लालू ने कहा कि इससे कोई फायदा नहीं होगा। शूगर लेवल खुद गिर जाएगा। हालांकि, इसके बाद डॉक्टरों ने शूगर लेवल नियंत्रित करने के लिए दवाइयां खिलाई।
लालू का क्रिएटिनिन अब भी बढ़ा हुआ है। रविवार की जांच में यह 1.7 था। क्रिएटिनिन के बढ़ने का मतलब है कि किडनी सही तरह से काम नहीं कर रही है। लालू की किडनी में स्टोन भी पाया गया था, जिसकी दवाइयां चल रही हैं।वह कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हैं। इसलिए रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइस)के मेडिकल बोर्ड ने जांच एवं इलाज के लिए उन्हें एम्स भेजने की अनुशंसा बुधवार को ही कर दी है। लालू शनिवार को रिम्स में भर्ती हुए थे।
सजा सुनने के बाद 20 मिनट में 10 ग्लास पानी पी गए लालू
राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइस (रिम्स) में लालू प्रसाद यादव के लिए शनिवार का दिन कठिन रहा। सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद लालू का ब्लड प्रेशर 124/85 से बढ़कर अचानक 140/90 पहुंच गया। लालू प्रसाद के चेहरे पर पसीने आने लगे। उनका मुंह भी सूखने लगा। 20 मिनट में लालू 10 ग्लास से अधिक पानी पी गए। चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ तौर से देखने को मिलीं। 14 साल की सजा के बारे में उन्हें जानकारी दोपहर करीब 1.40 बजे मिली। लालू उस समय आराम कर रहे थे।
विधायक भोला यादव ने इसकी जानकारी उन्हें दी। लालू को पहले तो भरोसा ही नहीं हुआ। भोला प्रसाद से विस्तृत जानकारी ली। पसीना अधिक आने और दिल की धड़कन बढ़ने के कारण नर्स ने लालू के बीपी की जांच की। उन्हें तत्काल बीपी नियंत्रण के लिए दवाइयां दी गईं। लालू फैसले को लेकर सुबह से ही चिंतित थे। चिंता में सुबह का नाश्ता नहीं लिया। दोपहर में भी खाना थोड़ा सा ही खाया। शाम में भी चाय नहीं ली।