Lalu Yadav News: लालू के दाईं किडनी में पथरी, जांच के लिए व्हील चेयर से लाए गए; डायलिसिस की जरूरत नहीं
Lalu Prasad Yadav News चारा घोटाला के चार मामलों के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपनी गंभीर बीमारियों का रिम्स में इलाज करा रहे हैं। उनकी किडनी की आज जांच की गई। उनके डॉक्टर ने कहा था कि उनकी किडनी 25 प्रतिशत काम कर रही है।
रांची, जासं। राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान, रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की किडनी की मौजूदा स्थिति की जानकारी लेने के लिए बुधवार को उनका अल्ट्रासाउंड कराया गया। सूत्रों के अनुसार राजद सुप्रीमो की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में कोई बड़ी बात या खास बदलाव देखने को नहीं मिला है। उनके किडनी की स्थिति पहले की ही तरह है। हालांकि लालू की दाईं किडनी में स्टोन देखा गया है। उनका प्रोस्टेट पहले से ही बढ़ा हुआ था, जिसकी दवा चल रही है। फिलहाल उन्हेंं डायलिसिस की जरूरत नही है।
बताते चलें कि लालू प्रसाद यादव की चिकित्सा कर रहे डा. उमेश प्रसाद ने पिछले दिनों कहा था कि लालू की किडनी 25 फीसद ही काम कर रही है। इस बयान के सार्वजनिक होने के बाद लालू प्रसाद के समर्थकों ने किडनी की मौजूदा स्थिति की सही जानकारी के लिए जांच की मांग की थी। सोमवार को इसी सिलसिले में नेफ्रोलॉजिस्ट डा. प्रज्ञा पंत घोष ने पेइंग वार्ड जाकर लालू प्रसाद के स्वास्थ्य से संबंधित रिपोर्ट की समीक्षा की थी।
इसके बाद उन्होंने लालू प्रसाद यादव के किडनी की अद्यतन स्थिति की जानकारी के लिए अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह रिम्स प्रबंधन को दी थी। इस सलाह पर बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच लालू प्रसाद यादव को पेइंग वार्ड से निकालकर रिम्स स्थित सुपरस्पेशलियटी ब्लाॅक के पांचवें तल्ले पर स्थित यूरोलॉजी विभाग ले जाया गया, जहां उनका अल्ट्रासाउंड किया गया। रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि उनकी हालत यथावत है।
रिम्स निदेशक ने डा. उमेश प्रसाद को किया था शोकॉज
डा. उमेश प्रसाद की ओर से मीडिया में जारी यह बयान कि लालू प्रसाद की किडनी की फंक्शिनिंग अब 35 से घटकर 25 फीसद पहुंच चुकी है, जेल प्रशासन ने इसपर आपत्ति जताई थी। इसके बाद रिम्स निदेशक डा. कामेश्वर प्रसाद ने कारण बताओ नोटिस जारी कर डा. उमेश प्रसाद से जवाब तलब किया था। नोटिस के जवाब में डा. उमेश प्रसाद ने मीडिया को सूचना देने की बात को सिरे से खारिज कर दिया था।
व्हील चेयर की मदद से जांच के लिए लाए गए लालू
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की किडनी की जांच बुधवार को की गई। रिम्स में इलाजरत चारा घोटाले के सजायाफ्ता लालू प्रसाद को व्हील चेयर की मदद से अस्पताल के कार्डियोलॉजी बिल्डिंग के पांचवे तल्ले में जांच के लिए लाया गया। यहां यूरोलॉजिस्ट डॉ. अरशद जमाल, डॉ. बीसी राणा प्रताप, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. सुरेश टोप्पो, मेडिसिन के डॉ. डीके झा ने उनका इलाज किया। इस मौके पर अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप और बरियातू थाना के पुलिसकर्मी भी मौके पर मौजूद रहे।
लालू की किडनी फोर्थ स्टेज में
लालू प्रसाद के फोर्थ स्टेज किडनी की जांच की गई। उन्हें रिम्स के पेइंग वार्ड से व्हील चेयर की मदद से कार्डियोलॉजी बिल्डिंग लाया गया। लालू प्रसाद यादव के परिवार के लोग उनके स्वास्थ्य को लेकर परेशान हैं। वे लगातार लालू की रिपोर्ट ले रहे हैं। इससे पहले बताया गया है कि लालू प्रसाद की किडनी महज 25 फीसद काम कर रही है। तब यह जानकारी मीडिया में देने वाले डॉ. उमेश प्रसाद के इस बयान ने लालू प्रसाद के समर्थकाें को सकते में डाल दिया था।
इसके बाद लालू की किडनी की स्थिति की जांच के लिए बुधवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच पेइंग वार्ड से निकाल कर सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक के पांचवें तल्ले स्थित यूरोलॉजी विभाग ले जाया गया। यहां उनका अल्ट्रासाउंड किया गया। रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने बताया कि लालू प्रसाद की किडनी की समस्या को देखते हुए अल्ट्रासाउंड के लिए नेफ्रोलॉजिस्ट से सलाह ली गई थी।
दो दिन पहले ली गई थी नेफ्रोलॉजिस्ट से सलाह
जानकारी के अनुसार, सोमवार को नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. प्रज्ञा पंत घोष ने पेइंग वार्ड जाकर लालू प्रसाद की हेल्थ रिपोर्ट की रिव्यू की थी। रिव्यू के बाद उन्होंने ही अल्ट्रासाउंड की सलाह दी थी। अल्ट्रासाउंड से ही किडनी की वर्तमान स्थिति पता चल सकेगी। इधर, बुधवार को लालू प्रसाद के अल्ट्रासाउंड के दौरान यूरोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. अरशद जमाल, डॉ. राणा प्रताप, रेडियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. सुरेश टोप्पो, मेडिसिन विभाग के डॉ. डीके झा और रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप मौजूद थे।
बताते चलें कि बुधवार को पेइंग वार्ड से निकालकर कॉटेज के रास्ते मेडिसिन डॉ. सीबी शर्मा यूनिट से व्हील चेयर से ही यूरोलॉजी विभाग ले जाया गया था। करीब एक घंटे की जांच के बाद उन्हें वापस बरियातू थाना और जेल द्वारा सुरक्षा में लगाए गए पुलिसकर्मियों द्वारा पेइंग वार्ड पहुंचाया गया।