किसानों की फसल बर्बाद न हो इसलिए एसडीओ ने कंट्रोल रूम बनाया, अब सब्जियां भेजी जा रहीं बाजार
Jharkhand. कृषि नियंत्रण कक्ष से किसानों की समस्याएं दूर हो रहीं हैं। किसानों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए एग्रीकल्चर कंट्रोल रूम बना है।
खूंटी, जासं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव की रोकथाम के लिए जारी लाॅकडाउन की वजह से किसान प्रभावित हुए हैं। इस दौरान बाजार उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण किसानों के खेतों में ही तरबूज व सब्जियां बर्बाद होने लगी हैं। इन समस्याओं को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी हेमंत सती ने गत 17 मई को अनुमंडल कार्यालय में जिलास्तरीय डेडिकेटेड एग्रीकल्चर कंट्रोल रूम की स्थापना की। एसडीओ ने बताया कि कंट्रोल रूम की मानिटरिंग वे स्वयं कर रहे हैं।
इस कंट्रोल रूम के तहत जिले के किसानों से प्राप्त सभी तरह की शिकायतों/समस्याओं को पंजीकृत किया जा रहा है। साथ ही उन शिकायतों का 16 घंटे के भीतर समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि छह दिनों में कुल 56 लोगों ने इस माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज कराई हैंं, जिनमें अब तक 48 किसानों की समस्याओं का निराकरण किया जा चुका है। इसके साथ ही अब तक 4790 क्विंटल तरबूज, 470 क्विंटल स्वीटकॉर्न एवं 310 क्विंटल सब्जियां किसानों के खेतों से उठाकर बाजार तक भेजी जा चुकी हैंं।
एसडीओ ने बताया कि जिलास्तरीय डेडिकेटेड एग्रीकल्चर कंट्रोल रूम के कार्याें के सफल संचालन के लिए जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता प्रसार पदाधिकारी एवं जिला कृषि उत्पादन बाजार समिति सहित चार पदाधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया गया है। इन पदाधिकारियों द्वारा पंचायतों के मुखियाओं से संपर्क कर उनके प्रखंड में किसानों के समक्ष व्याप्त कृषि कार्य से संबंधित समस्याओं की जानकारी ली जा रही है तथा उनका निराकरण किया जा रहा है।
उन्होंने जिले के किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे खेती कार्य से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर कंट्रोल रूम में दूरभाष संख्या-06528 220526, मोबाइल नंबर- 06206883615 व 09934612356 पर नोडल पदाधिकारी से संपर्क कर सकतें हैं। उनकी शिकायतों/समस्याओं को नोट कर उनका त्वरित निराकरण किया जाएगा।