पिता के कंधे पर ‘श्रवण’: 105 किलोमीटर की यात्रा कर पहुंचा देवघर
यह मासूम श्रवण पिता के कंधे पर सवार भोलेनाथ के दरबार आया है।
By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 14 Jul 2017 03:05 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jul 2017 03:05 PM (IST)
देवघर, जेएनएन। पितृभक्त श्रवण कुमार को सभी जानते हैं, यह मासूम श्रवण पिता के कंधे पर सवार भोलेनाथ के दरबार आया है। गुरुवार को भागलपुर के पीरपैंती के वीरेन यादव सुल्तानगंज से 105 किलोमीटर की यात्रा कर देवघर पहुंचे बाबा बैद्यनाथ को जल चढ़ाने।
एक ओर पीतल के कलश में गंगाजल और दूसरी ओर टोकरी में एक वर्षीय पुत्र। वीरेन के अनुसार, भोलेनाथ का आशीर्वाद से शादी के सात साल बाद उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। वह बाबा का आभार व्यक्त करने आए हैं। इस वक्त दूर-दराज से कांवड़िये श्रावणी मेले में शिरकत कर बाबा के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं। बैद्यनाथ वर्मा
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