रैगिंग मामले में दोषी RIMS का जूनियर डॉक्टर छह महीने के लिए सस्पेंड
RIMS Ranchi. रैगिंग मामले में दोषी पैथोलॉजी विभाग के जूनियर डॉक्टर चंद्रभूषण को रिम्स प्रबंधन ने छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है।
रांची, जासं। रैगिंग मामले में दोषी पैथोलॉजी विभाग के जूनियर डॉक्टर चंद्रभूषण को रिम्स प्रबंधन ने छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है। मामला सामने आने के बाद उसे 15 दिनों के लिए सस्पेंड किया गया था। निलंबन अवधि को बढ़ा दिया गया है। हॉस्टल नंबर सात में रहने वाले डॉक्टर चंद्रभूषण पर बीते 29 मई को अपने ही हॉस्टल में रहने वाले डेंटल के छात्र के साथ रैगिंग का आरोप है। मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग ने भी इस पर गंभीर संज्ञान लिया था।
मंगलवार को रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह ने निलंबन की अवधि को बढ़ाने का नोटिस जारी कर दिया। निदेशक ने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि पैथोलॉजी विभाग के रेजिडेंट डॉ. चंद्रभूषण के खिलाफ बार-बार आरोप लग रहे हैं। इससे संस्थान का शैक्षणिक माहौल राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल हो रहा है। साथ ही मरीजों और जूनियर छात्रों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है। इस पर विभाग की ओर से कार्यवाही का आदेश दिया गया है।
बर्खास्त होते-होते बचा आरोपित
मालूम हो कि पीडि़त ने रिम्स प्रबंधन से रैगिंग की लिखित शिकायत की थी। इसके बाद निदेशक ने डॉ चंद्रभूषण को तत्काल 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया था। वहीं रिम्स निदेशक ने 11 डॉक्टरों की जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था। उधर, मामले को लेकर बीते 31 मई को रिम्स सभागार में स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक भी की थी। इसके बाद उन्होंने मामले को गंभीर बताते हुए उस उक्त जूनियर डॉक्टर को बर्खास्त करने का भी मन बना लिया था और इस संबंध में नोटिस जारी करने की भी बात कही थी।
वार्डेन ने नहीं की थी कार्रवाई
रैगिंग की उक्त घटना के बाद डेंटल विभाग के छात्र ने हॉस्टल नंबर सात के वार्डेन से शिकायत की थी। वार्डेन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर छात्र ने सेंट्रल एंटी रैगिंग सेल से इसकी शिकायत की। इसके बाद रिम्स निदेशक ने 15 दिनों के लिए सस्पेंड किया था।
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