रिम्स में बच्चे की मौत पर भिड़े परिजन और जूनियर डॉक्टर
रांची रिम्स में एक बार फिर जूनियर डॉक्टरों पर परिजनों को पीटने का आरोप लगा है। परिजनों का कहना है कि जब जूनियर डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा तो वे आक्रोशित हो गए और पीटने लगे। एक पत्रकार को भी जमकर पीटा।
जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स में एक बार फिर जूनियर डॉक्टरों पर परिजनों को पीटने का आरोप लगा है। बच्चे की मौत के बाद जब परिजनों ने इसकी शिकायत की तो जूनियर डॉक्टर भड़क गए। पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती मरीज के परिजन के साथ जमकर मारपीट की। इस दौरान वहां से गुजर रहे पत्रकार ने घटनाक्रम का कवरेज करना चाहा तो उसे भी जूनियर डॉक्टरों ने बेरहमी से पीटा।
मामले में पीड़ित परिजन और पत्रकार की ओर से बरियातू थाने में जूनियर डॉक्टरों पर मारपीट करने की लिखित शिकायत की गई है। सूचना मिलते ही पीडियाट्रिक वार्ड में निदेशक डॉ डीके सिंह व सहायक निदेशक मृत्युंजय वर्णवाल भी पहुंचे। हालांकि तब तक आरोपित जूनियर डॉक्टर मौके से फरार हो चुके थे। निदेशक ने कहा कि पत्रकार की पिटाई मामले में सीसीटीवी फुटेज देखा जाएगा। जो दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। निदेशक ने सीनियर डॉक्टरों से मामले की जानकारी ली। उन्होनें बच्चे के मां-बाप से भी पूछताछ की। इधर, सदर डीएसपी व बरियातू पुलिस भी रिम्स पहुंची। सदर डीसएपी दीपक पांडेय ने पत्रकार व पीड़ित मरीज के परिजन से पूछताछ की। इस दौरान पत्रकार हितेश ने पैथोलॉजी विभाग के जूनियर डॉक्टर चंद्रभूषण के खिलाफ नामजद व बच्चे के परिजन संतोष ने भी बरियातू थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले में स्वास्थ्य सचिव डॉ नीतिन मदन कुलकर्णी ने भी संज्ञान लेते हुए रिम्स निदेशक को फोन कर मामले को गंभीरता से लेने की बात कही। कैसे भड़का मामला : गुरुवार शाम पीडियाट्रिक वार्ड में पिस्का मोड़ से नौ माह के बच्चे को सांस लेने और कफ जम जाने की शिकायत के साथ भर्ती किया गया था। शुक्रवार दोपहर बच्चे की मौत हो गई। इस पर परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। बच्चे के चाचा संतोष प्रसाद का आरोप था कि बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद शाम से अगली सुबह तक किसी डॉक्टर ने उसे अटेंड नहीं किया। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे बच्चे की स्थिति बिगड़ी तो उसे देखा गया। इस दौरान बच्चे की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों का नाम जानना चाहा, तो जूनियर डॉक्टर भड़क गए। बच्चे के चाचा संतोष के साथ मारपीट की गई। पत्रकार को भी 20 जूनियर डॉक्टरों ने घेरकर मारपीट की। निदेशक पहले भी चंद्रभूषण को लगा चुके हैं डांट
निदेशक डॉ डीके सिंह ने बताया कि उक्त जूनियर डॉक्टर को गुरुवार को अपने कार्यालय से डांट लगाकर भगाया था। बताते चलें कि पहले भी चंद्रभूषण के खिलाफ मरीजों के परिजन से मारपीट के कई मामले सामने आ चुके है। वहीं पत्रकारों की रिम्स में सुरक्षा के सवाल पर निदेशक ने कहा रिम्स में मैं सुरक्षित तो आप भी सुरक्षित।