Cannes Film Festival तक पहुंचा झारखंडी युवाओं का अभिनय, मिल रही वाहवाही
cannes film festival. झारखंड के छोटे म्यूजिक एलबम से शुरू हुआ युवाओं के अभिनय का सफर आज सबसे बड़े फिल्म फेस्टिवल कान तक पहुंच चुका है।
रांची, [विवेक आर्यन]। झारखंड के छोटे म्यूजिक एलबम से शुरू हुआ युवाओं के अभिनय का सफर आज सबसे बड़े फिल्म फेस्टिवल कान तक पहुंच चुका है। मूल रूप से लोहरदगा के रहने वाले मुंबई बेस्ड फिल्मकार लाल विजय शाहदेव की दो फिल्में लोहरदगा और फुलमनिया 15 और 16 मई को कान फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई।
इस तरह फुलमनिया कान तक पहुंचने वाली पहली नागपुरी फिल्म बनी। वहीं हिंदी में बनी लोहरदगा ने भी फिल्म फेस्टिवल में खूब तारीफें बटोरी। इन दोनों फिल्मों की शूटिंग झारखंड में ही हुई है। कहानी भी झारखंड की पृष्ठभूमि पर आधारित है। फुलमनिया से रांची की कोमल को एक बड़ा नाम मिल सका है।
इसी तरह दोनों फिल्मों में राज्य के युवाओं के अभिनय ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। फिल्म निदेशक लाल विजय शाहदेव ने फोन पर बताया कि झारखंड की दोनों फिल्मों को कान में खूब पसंद किया गया है। लोगों ने झारखंड के युवाओं के अभिनय की सराहना की है।
कोकर की रहने वाली है कोमल, कई सीरियल में कर रहीं काम
फुलमनिया फिल्म की मुख्य अभिनेत्री कोमल सिंह रांची के कोकर की रहने वाली हैं। उन्होंने गांव की एक चुलबुली लड़की फुलमनिया का किरदार निभाया है। फुलमनिया की शादी के दिन उसके ससुराल में एक गाय मर जाती है। कुछ दिनों बाद उसके पति की भी मौत हो जाती है। गांव वाले उसे डायन समझ कर प्रताडि़त करते हैं। बाद में वह सरोगेट मदर बनती है। फुलमनिया जल्द ही भारत में भी रिलीज होगी।
कोमल सिंह ने रांची में ही रह कर पढ़ाई पूरी की है। मां आठ साल पहले गुजर गई। 17 साल की उम्र में उनकी शादी हो गई। ससुराल वालों द्वरा परेशान किए जाने के बाद उसे मजबूरन घर से भागना पड़ा। कोमल फिलहाल मुंबई में रहती हैं। वे अभी डीडी अरुण प्रभा के शो हमारी एंजल और स्वर्णलता में भी मुख्य किरदार निभा रही हैं। इसके अलावा क्राइम पेट्रोल, सावधान इंडिया, फियर फाइल्स जैसी चर्चित सीरियल कर चुकी हैं।
लोहरदगा में मुख्य किरदार निभा रही लातेहार की चंदा
कान में किरदारों के अभिनय की वजह से पसंद की गई फिल्म लोहरदगा पांच दोस्तों की कहानी है। पांच लोग फौज में भर्ती होना चाहते हैं, जिन्हें धोखे से नक्सली की ट्रेनिंग दी जाती है। बाद में जब वे सरेंडर करने जाते हैं तो उनका एनकाउंटर कर दिया जाता है। लातेहार, बालूमाथ की चंदा मेहरा पांच दोस्तों में से मुख्य किरदार की प्रेमिका मनु के रोल में है। चंदा मेहरा ने डीएसपीएमयू रांची से ग्रेजुएशन किया है। चंदा प्रकाश झा की फिल्म के अलाव पांच क्षेत्रीय फिल्में कर चुकी हैं।
हरमू के अशोक गोप को मिली पहचान
यमुनानगर, हरमू के रहने वाले अशोक गोप ने फुलमनिया में फुलमनिया के पति और लोहरदगा में मुख्य किरदार के दोस्त का रोल किया है। अशोक रांची में रंग दर्पण नामक ग्रुप के निदेशक हैं।
इन्होंने दी बॉलीवुड में दस्तक
गिरिडीह के राकिब अरशद और किशोरगंज, रांची के रौशन सौरभ ने बॉलीवुड तक का सफर तय किया है। दोनों मुंबई में रहते हैं। लोहरदगा में पांच दोस्तों में एक राकिब भी हैं। रौशन सौरभ अनुपम खेर की फिल्म रांची डायरी और वन-डे में सहायक लीड के किरदार में हैं। बहुचर्चित वेब सीरीज सैक्रेड गेम्स में भी रौशन ने अभिनय कर बॉलीवुड तक अपनी पहचान बनाई है।
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