Jharkhand Weather: मौसम का बदला मिजाज... लोहरदगा में लगातार बारिश से आम जनजीवन बेहाल
Jharkhand Weather News झारखंड के लोहरदगा जिले में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया। विगत एक सप्ताह से रूक-रूक कर हो रही लगातार वर्षा से जनजीवन बेहाल हो गया है। कई घरों में वर्षा का पानी जम गया है। वहीं कई लोगों को घर से निकलना हुआ मुश्किल।
लोहरदगा, जासं। Jharkhand Weather News झारखंड के लोहरदगा जिले में विगत एक सप्ताह से रूक-रूक कर हो रही लगातार वर्षा से जनजीवन बेहाल हो गया है। लोहरदगा जिले में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया। शुक्रवार को दोपहर बाद शुरू हुई वर्षा पूरी रात होती रही। इसके साथ शनिवार सुबह झमाझम वर्षा हुई। जिससे लोग घर से बाहर भी नहीं निकल सके। तेज वर्षा के कारण मॉर्निग वाक करने वाले लोग भी सड़क पर नजर नहीं आएं। इस वर्षा से जनजीवन बेहाल हो गया है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और लोगों का घर से निकलना मुश्किल होता रहा।
इधर लगातार हो रही वर्षा से जिससे खेतों में पर्याप्त पानी जमा हो गया है। खेतों में पानी भरा देखकर किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। हालांकि इससे धान की फसल को लेकर नई पैदावार संभव नहीं है, बावजूद इसके पहले फसल लगाने वाले किसानों के लिए सिंचाई की एक बड़ी समस्या का हल निकलता हुआ दिखाई दे रहा है।
वहीं इस वर्षा से शहरी क्षेत्र में लोग परेशान हैं। लगातार वर्षा से सड़कें जलमग्न और कीचड़ में तब्दील हो चुकी है और कई घरों में वर्षा का पानी घुस गया। वहीं ग्रामीण इलाकों में सड़कों का और भी ज्यादा बुरा हाल है। शहरी क्षेत्र में भी टूटी-फूटी सड़कों में पानी और कीचड़ जमा हो चुका है। नालियों की सफाई नहीं होने से कचरा सड़क पर नजर आ रहा है। ऐसे में आसपास के लोगों को दुर्गंध से गुजरना भी मुश्किल हो जा रहा है। नगर परिषद द्वारा साफ-सफाई को लेकर कोई ध्यान नहीं देने से लोगों को परेशानी हो रही है। नगर परिषद की ओर से कचरे की सफाई को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में धान और मक्के की फसल के लिए इस बारिश को बेहतर बताया जा रहा है। किसान खरीफ फसल के तहत दलहन, तिलहन और दूसरी कम समय अवधि वाली फसलों को लगाने को लेकर इस बारिश को बेहतर मान रहे हैं। इस बारिश की वजह से खेतों में पर्याप्त नमी हो गई है। कुल मिलाकर जून से अगस्त तक बेहतर बारिश नहीं हुई है, परंतु विगत एक सप्ताह से लगातार हो रही वर्षा से फसल के नुकसान से भरपाई की कुछ उम्मीद नजर आ रही है।
अगस्त माह में सामान्य वर्षापात 294.1 मिमी के विपरीत कुछ हद तक बारिश हो चुकी है। जून और जुलाई माह में बारिश की स्थिति की बात करें तो सामान्य वर्षापात बेहद खराब हुई थी। लगातार हो रही वर्षा से किसान इस बार फसलों को सिंचाई की समस्या से बच पाएंगे। शहर और गांव की स्थिति बारिश में अलग-अलग नजर आ रही हैं। बारिश के कारण कई क्षेत्रों में गरीबों का आशियाना भी गिरा है। जिससे लोगों के समक्ष सिर छिपाने की समस्या उत्पन्न हो गई है। लगातार वर्षा से गरीबों का आशियाना गिर रहा है और बिजली व्यवस्था पर भी असर दिखाई दे रहा है।