Weather Update: बारिश ने मचाई तबाही, 19-20 को फिर गिरेंगे ओले; जानें इलाके का हाल
Weather Update मौसम विज्ञान केंद्र रांची के मुताबिक रविवार को भी रांची समेत आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे गरज के साथ वज्रपात व एक-दो बार हल्की बारिश होने की संभावना है।
रांची, जेएनएन। झारखंड की राजधानी रांची समेत आसपास के क्षेत्रों में रविवार को भी भारी बारिश हो रही है। कई जगहों पर ओले भी पड़े। रांची में रुक-रुक कर बारिश का क्रम भोर से ही जारी है। मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि रविवार को सरायकेला-खरसावां, गुमला, हजारीबाग, गिरिडीह और रांची में हल्की बारिश होने की संभावना है। इन शहरों में आसमान में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के मुताबिक रविवार को भी रांची समेत आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ वज्रपात व एक-दो बार हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं 16 से 18 मार्च तक आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इसके अलावा 19-20 मार्च को बादल छाए रहेंगे और हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी।
बरसात ने मचाई तबाही, वज्रपात व ओलावृष्टि के बीच दो की मौत
शनिवार को भी बेमौसम बरसात ने राजधानी रांची समेत राज्य के ज्यादातर जिलों में तबाही मचाई। बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने जहां फसलों को काफी क्षति पहुंचाई, वहीं वज्रपात से कई लोगों के झुलसने और मवेशियों की मौत की खबर है। रामगढ़ के वेस्ट बोकारो में बारिश से उफनाई बोकारो नदी के ऊपर बने छिल्का पुल (निचली सतह पर बना पुल, जिसमें पुल के ऊपर से भी पानी बहता है।) के ऊपर से गुजरने के दौरान पानी की तेज धार में कार फंस जाने से कारसवार टिस्कोकर्मी 58 वर्षीय रमेश प्रसाद सिन्हा की मौत हो गई। दूसरी ओर पलामू जिले के पाटन थाना क्षेत्र के नौडिहा गांव में बारिश के कारण छत गिरने से 60 वर्षीय गोङ्क्षवद सिंह की मौत हो गई।
वज्रपात में एक दर्जन से अधिक घायल, कई मवेशियों की मौत
शनिवार को बारिश के साथ वज्रपात ने भी तबाही मचाई। चतरा के लावालौंग में मूसलाधार बारिश के साथ हुए वज्रपात में 27 मवेशियों की मौत हो गई। बेरमो प्रखंड के केरी व खीराबेरा गांव में वज्रपात से पांच लोग जख्मी हो गए। वहीं गढ़वा के रमना और भवनाथपुर में भी वज्रपात से दो लोग झुलस कर घायल हो गए। लातेहार के बरवाडीह के मिठहा में एक 12 वर्षीय किशोर वज्रपात से घायल हो गया। गिरिडीह में भी अलग-अलग स्थानों वज्रपात से दो लोग जख्मी हो गए।
पुल धंसने से आवागमन रुका, कोयला ढुलाई भी प्रभावित
शनिवार को बारिश के बीच चतरा के टंडवा में बारिश के बीच गेरुआ नदी पर बना पुल धंस गया। इससे इस मार्ग पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया है। इससे एनटीपीसी उत्तरी कर्णपुरा मेगा ताप परियोजना, सीसीएल की आम्रपाली और मगध कोल परियोजनाओं से कोयले की ढुलाई भी नहीं हो पा रही है। इसके अलावा भी कई जगहों पर नदी पुल टूटने तथा डायवर्सन बहने से आवागमन ठप हो गया है। चतरा के ही पिपरवार में बारिश के कारण जलस्तर बढऩे से अशोक परियोजना के निकट दामोदर नदी पर बना डायवर्सन बह गया। इससे अशोक-आरसीएम साइडिंग की कोयला ढुलाई ठप हो गई। वहीं, क्षेत्र की अशोक व पिपरवार परियोजना खदानों में उत्पादन कार्य नहीं हो सका।
किसानों की टूटी कमर, जलजमाव ने भी किया परेशान
बेमौसम हुई इस बारिश से गेहूं, मटर, आलू आदि की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। गेहूं, टमाटर, शाक-सब्जी आदि फसलों के बर्बाद होने से किसान ङ्क्षचतित हैं। उधर चतरा में हजारों एकड़ में लगी रबी फसल को बर्बाद हो गई है। बरसात में पलामू, गढ़वा व लोहरदगा में बरसात में कई कच्चे मकान व पेड़ गिरने से भी लोग परेशान रहे। लोहरदगा में तीन-चार दिनों से बारिश के कारण कई क्षेत्रों में घरों में पानी घुस गया है। कई इलाकों में ओलापात के कारण फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।
धनबाद, बोकारो और देवघर में बेमौसम हुई बारिश के कारण खेतों व सड़कों पर जल जमाव हो गया। निचले इलाके में जलजमाव से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दुमका और साहिबगंज में बारिश के कारण तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट आई है। सरसों की फसल की क्षति होनी की आशंका है। आम में उग आए मंजर और नई कोपलों पर भी असर दिख रहा है। वहीं पाकुड़ के पकुडिय़ा प्रखंड के 148 गांवों में बारिश के कारण दिनभर बिजली नदारद रही। जामताड़ा में लगातार हो रही बारिश के कारण ईंट भ_ों के मालिकों को भी भारी क्षति उठानी पड़ी।
चौंकिए नहीं। यह बर्फ की सिल्ली नहीं है, बल्कि शुक्रवार की रात तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद का नजारा है। झारखंड के चतरा, टंडवा में हुई ओलावृष्टि ने एक स्थान पर जमकर बर्फ की सिल्ली का रूप ले लिया। जिसे गांव का एक युवक अपने कंधे पर रखकर ले जा रहा है। दैनिक जागरण के सहयोगी बीरेंद्र कुमार साहू ने यह तस्वीर उपलब्ध कराई है।
मौसम केंद्र, रांची के मुताबिक गढ़वा, पलामू, चतरा, हजारीबाग, कोडरमा, लातेहार, गिरिडीह, गुमला, लोहरदगा, रांची, सिमडेगा, रामगढ़, खूंटी, बोकारो और धनबाद में अगले दो से तीन घंटों में मेघ गर्जन के साथ जोरदार बारिश होगी। इस दौरान 45 से 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और कहीं-कहीं आंधी चलेगी। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. एसडी कोटाल ने बताया कि शनिवार को राज्य के कुछ स्थानों पर तेज हवा व गरज के साथ वज्रपात और ओलावृष्टि हो सकती है।
राजधानी रांची में शनिवार को भारी बारिश हुई। यहां दिन के 11 बजे रात जैसा नजारा हो गया। सड़क पर चल रहे वाहनों को हेडलाइट जलाना पड़ा।
इधर शुक्रवार को डालटनगंज में 6 मिमी बारिश हुई। डॉ. कोटाल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सामान्य तापमान की अपेक्षा रांची के अधिकतम तापमान में 2.0 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य रहा। दिन में हल्की बूंदाबादी भी हुई। मौसम विभाग ने 0.3 मिमी बारिश दर्ज किया।
रुक-रुक हो रही बारिश से ठंड लौटी, आसमान में घने काले बादल
राजधानी रांची सहित आसपास के इलाकों में शुक्रवार की देर रात शुरू हुई बारिश शनिवार की सुबह तक रुक रुक कर जारी है। बारिश के कारण लोगों की दिनचर्या पर सीधा असर पड़ा।आसमान में बादल छाए हैं। रुक-रुक कर हो रही बारिश से ठंड वापस लौट आई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शनिवार को दिनभर रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। बरसात के कारण किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं। किसान खेतों में लगी चना, खेसारी, मसूर सहित अन्य रबी फसल को चिंता की आंखों से निहार रहे हैं।
रांची में सुबह से ही मौसम का मिजाज बदल गया है। समीपवर्ती जिलों में भी मूसलाधार बारिश हो रही है।
कृषि विभाग के अनुसार आम की फसल को भी भारी नुकसान होने की संभावना काफी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार 16 मार्च तक इस तरह के मौसम रहने की संभावना है।इस बारिश से रबी फसल के बर्बाद होने लगभग तय है। खेतों में लगी फसल की उपज की संभावना खत्म होने लगी है। किसानों ने बताया कि दो-तीन तक इसी तरह बारिश होने से खेती में लगी पूंजी भी वापस नही आ पाएगा। जिले भर में 30 से 40 एमएम बारिश होने का अनुमान है। इस बारिश से रबी व आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचेगा।
चतरा में भारी बारिश के साथ ही जमकर ओले पड़ रहे हैं।
चतरा में झमाझम बारिश के साथ खूब हुई ओलावृष्टि
चतरा में झमाझम बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई है। शुक्रवार की पूरी रात जिले में वर्षा हुई है। हालांकि ओलावृष्टि रात करीब दो बजे हुई है। ओलावृष्टि से रबी फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है। तेज हवा और ओलावृष्टि से कुछ कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिससे दर्जनों परिवारों के समक्ष आवास की समस्या उत्पन्न हो गई है। प्रभावित परिवार पड़ोसियों या फिर सरकारी भवनों में शरण ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि रात आठ भजे से ही झमाझम बारिश हो रही है। रात को करीब दो बजे बारिश और तेज हो गई। साथ ही साथ हवा का रफ्तार भी बढ गया। इसी क्रम ओलावृष्टि हुई है।
पलामू में मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित
पलामू जिला मुख्यालय मेदनीनगर समेत जिले के सभी प्रखंडों में पिछले 8 घंटे से जारी मूसलाधार बारिश से जनजीवनप्रभावित हो गया है। खेतों में लगी फसलें पूरी तरह पानी में डूब गई हैं। मेदिनीनगर नगर निगम के नीचे भागवत सलाम एरिया में भारी जल जमाव होने से लोग घरों में कैद हो गए हैं। सुबह के 7:00 बजे रात का नजारा दिख रहा है।
गढ़वा में लगातार हो रही वर्षा, ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान
गढ़वा जिले में हो रही वर्षा एवं ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। बेमौसम वर्षा एवं ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंड मुख्यालय में हो रही वर्षा ने आम जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। सड़क पर बहते नाली के पानी के कारण लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। वहीं जलजमाव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। श्री बंशीधर नगर, रंका, गोदरमाना, रमना, मेराल, चिनियां, केतार समेत अन्य प्रखंडों वर्षा एवं ओलावृष्टि के कारण फसलाें को भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में पानी जमा होने के कारण भी फसल बर्बाद हो रहें हैं। कुल मिलाकर मार्च में सावन व भादो का एहसास लोग कर रहें हैं तथा लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पलामू में देर रात से हो रही भारी बारिश से सड़कों पर भारी जलजमाव हो गया है।
पाकुड़ में रुक-रुक हो रही बारिश से ठंड लौटी, फसल को नुकसान
पाकुड़ जिला मुख्यालय सहित जिलेभर में शुक्रवार की शाम से बारिश हो रही है। रातभर रुक-रुक के बारिश हुई। शनिवार की सुबह भी झमाझम बारिश हुई। आसमान में बादल छाए हैं। रुक-रुक कर हो रही बारिश से ठंड वापस लौट आई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शनिवार को भी दिनभर रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। इस बारिश से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सावन-भादो का महीना हो। बेमौसम बरसात के कारण किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं। किसान खेतों में लगी चना, खेसारी, मसूर सहित अन्य रबी फसल को चिंता की आंखों से निहार रहे हैं।
साहिबगंज में बदला मौसम, रुक-रुक कर हो रही बारिश
साहिबगंज जिले में शनिवार सुबह से रूक रूक कर बारिश हो रही है। आसमान में बादल छाए हुए हैं। बारिश से रबी फसलों को क्षति पहुंच रही है। मौसम विभाग के अनुसार दिनभर बारिश होने की संभावना है। बारिश से किसान परेशान हैं। किसान खेतों में लगी मूंग चना, मसूर सहित अन्य फसल को हानि होने की बात कह रहे हैं। आम की फसल को भी नुकसान होने की संभावना है। 16 मार्च तक इस तरह के मौसम रहने की संभावना है।किसानों ने बताया कि बारिश होने से खेतों में लगी फसल को क्षति होगी।
आंधी तूफान के बाद गोड्डा में शनिवार की देर रात से ब्लैक आउट
गोड्डा जिला मुख्यालय सहित प्रखंड क्षेत्रों में शुक्रवार की देर रात से ही बिजली आपूर्ति ठप है। बेमौसम बारिश के कारण जगह-जगह बिजली के पोल और तार क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बिजली विभाग इसकी मरम्मत के लिए रेस्क्यू टीम को अलग-अलग दिशाओं में भेजा है। इससे पहले शुक्रवार की देर शाम से ही यहां बारिश और ओलावृष्टि के बाद कई जगह किसानों के खेतों में लगी फसलें नष्ट हो गई और उन्हें भारी नुकसान सहना पड़ा। सदर प्रखंड के नुनबट्टा और देबू टोला में तबाही का मंजर दिखा। यहां किसान के खेतों में लगी सब्जी और अन्य रबी फसलों पर ओलावृष्टि की मार पड़ी। जानकारी के अनुसार वहां किसानों के सैकड़ों एकड़ खेत में लगी फसलें नष्ट हो गई है और इससे किसानों को लाखों का नुकसान भी हुआ है।
इधर देर रात ताबड़तोड़ बारिश और लाइटिंग के बीच विद्युत आपूर्ति ठप होने से भी शहरवासियों की परेशानी बढ़ी। बिजली आपूर्ति के लिए विभाग कोई समय सीमा नहीं बता रहा है । विभागीय कर्मी बताते हैं कि लाइटिंग और आंधी तूफान से जगह-जगह बिजली के पोल और तार क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसकी मरम्मत के लिए अलग-अलग टीमों को भेजा गया है। अगर लाइन रिस्टोर करती है तो फिर विद्युत आपूर्ति बहाल की जाएगी। कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि हाईटेंशन लाइन में गड़बड़ी हुई है। इसकी मरम्मत के लिए विभागीय टीम लगी हुई है। जल्द ही बिजली बहाल कर ली जाएगी।
फसलों को नुकसान
कृषि विभाग के अनुसार आम की फसल को भी भारी नुकसान होने की संभावना काफी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार 16 मार्च तक इस तरह के मौसम रहने की संभावना है। किसान खुर्सीद आलम, मदन मोहन, जहांगीर आदि ने बताया कि इस बारिश से रबी फसल के बर्बाद होने लगभग तय है। खेतों में लगी फसल की उपज की संभावना खत्म होने लगी है। उक्त किसानों ने बताया कि दो-तीन तक इसी तरह बारिश होने से खेती में लगी पूंजी भी वापस नही आ पाएगा। खबर भेजे जाने तक झमाझम बारिश हो रही थी। बीटीएम शमीम अंसारी ने बताया कि यह बारिश पूरे जिले भर में है। कितनी बारिश हुई है इसका सटीक आंकड़ा तो नही है, लेकिन बारिश की रफ्तार देखकर अंदाज लगाया जा सकता है कि जिले भर में 30 से 40 एमएम बारिश हुई होगी। उन्होंने बताया कि इस बारिश से रबी व आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचेगा।
सामान्य से 538 फीसद अधिक हुई बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो 01 से 12 मार्च तक राज्य में सामान्य बारिश (6.7 मिमी) की तुलना में 538 फीसद अधिक अर्थात 42.8 मिमी बारिश हुई। मौसम पूर्वानुमान के तहत 14 से 19 मार्च तक न्यूनतम तापमान 15 से 19 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। हालांकि 20 से 26 मार्च तक न्यूनतम तापमान 17 से 20 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। इसी प्रकार, 14 से 19 मार्च तक अधिकतम तापमान 23 से 31 डिग्री सेल्सियस व 20 से 26 मार्च तक 30 से 34 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 14 से 19 मार्च तक सामान्य से अधिक बारिश होगी, जबकि 20 से 26 मार्च तक सामान्य से कम बारिश होगी।
मौसम पूर्वानुमान : मार्च में सावन का अहसास, बिजली गिरने की भी आशंका
- 15 मार्च को छाए रहेंगे बादल, हो सकती है बारिश
- 16 मार्च को सुबह में धुंध के बाद छिटपुट रहेंगे बादल
- 17 मार्च को मौसम होगा साफ
- 18 व 19 को छाए रहेंगे बादल, गरज के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की होगी बारिश