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झारखंड में मनरेगा के तहत अकुशल ग्रामीण महिलाएं बन रहीं हुनरमंद, अब सरकार की है ये कोशिश

Jharkhand News मनरेगा (MNREGA) के तहत योजनाओं के क्रियान्वयन में अधिक से अधिक महिलाओं को शामिल करने के प्रयास के तहत झारखंड सरकार (Jharkhand Government) महिला श्रमिकों (Women Workers) को कार्यस्थल पर ही प्रशिक्षण (Training) मुहैया करा रही है।

By Sanjay KumarEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 09:29 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 09:29 AM (IST)
झारखंड में मनरेगा के तहत अकुशल ग्रामीण महिलाएं बन रहीं हुनरमंद, अब सरकार की है ये कोशिश
Jharkhand News : झारखंड में मनरेगा के तहत अकुशल ग्रामीण महिलाएं बन रहीं हुनरमंद

रांची, (राज्य ब्यूरो)। Jharkhand News : मनरेगा (MNREGA) के तहत योजनाओं के क्रियान्वयन में अधिक से अधिक महिलाओं को शामिल करने के प्रयास के तहत झारखंड सरकार (Jharkhand Government) महिला श्रमिकों (Women Workers) को कार्यस्थल पर ही प्रशिक्षण (Training) मुहैया करा रही है। मनरेगा के अंतर्गत अकुशल महिला श्रमिकों (Unskilled Female Workers) को कुशल (Skilled) बनाने और उन्हें 100 दिनों के काम की गारंटी देने के लिए प्रयास तेज किए गए हैं।

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मनरेगा के तहत प्रशिक्षण और नियोजन करने का निर्देश

साथ ही, प्रतिभागियों की संख्या को बढ़ाने के लिए सरकार ने मनरेगा के तहत प्रशिक्षण और नियोजन कुल 50 प्रतिशत महिलाओं को शामिल करने का निर्देश दिया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में इस कड़ी में राज्य भर में 88,939 से अधिक महिलाओं का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है।

प्रशिक्षण अवधि के दौरान तमाम जानकारियों से कराया जाता है अवगत

झारखंड सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रशिक्षण के लिए चुनी जाने वाली प्रत्येक महिला को प्रखंड स्तर पर नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, कनिष्ठ अभियंता, ग्राम रोजगार सेवक, क्लस्टर सुविधा टीम और राज्य संसाधन टीम की सदस्य शामिल हैं। तीन दिवसीय प्रशिक्षण अवधि के दौरान उन्हें मनरेगा के इतिहास व इससे जुड़ी तमाम जानकारियों से अवगत कराया जाता है।

अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति समूह के सदस्यों को प्राथमिकता

प्रशिक्षण के लिए महिलाओं का चयन ग्राम सभा की सहायता से किया जाता है। चयन में महिला स्वयं सहायता समूहों की सातवीं कक्षा तक पढ़ाई करने वाली सदस्यों को प्राथमिकता दी जाती है। इस कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति समूहों के सदस्यों को भी प्राथमिकता दी जा रही है। योजना में प्रविधान किया गया है कि जिन गांवों में क्लस्टर फैसिलिटेशन टीम सक्रिय है, वहां साथी के रूप में काम करने के लिए केवल महिला साथियों का ही चयन किया जाएगा।

मनरेगा कार्यस्थलों पर महिलाओं के अनुकूल कार्य वातावरण बनाना उद्देश्य

मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी का कहना है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मनरेगा में महिला कार्यबल की भागीदारी को अधिकतम करने और उन्हें अकुशल से अद्र्ध-कुशल बनाने पर काम कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य मनरेगा कार्यस्थलों पर महिलाओं के अनुकूल कार्य वातावरण बनाना और लोगों को श्रम अधिकार के बारे में जागरूक करना है। इसे देखते हुए हम वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं।


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