झारखंड को जल्द मिलने वाली है वंदे भारत एक्सप्रेस, PM दिखाएंगे हरी झंडी; जानें क्या है इस आधुनिक ट्रेन खासियत
Bihar-Jharkhand News झारखंड की राजधानी रांची से बिहार की राजधानी पटना को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का नया चमचमाता रैक पटना पहुंच गया है। रैक आते ही रेलवे ने तैयारियां तेज कर दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पटना से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद: झारखंड की राजधानी रांची से बिहार की राजधानी पटना को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का नया चमचमाता रैक पटना पहुंच गया है। रैक आते ही रेलवे ने तैयारियां तेज कर दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पटना से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं। हालांकि रांची-पटना से पहले मुंबई-गोवा के बीच वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन होगा।
बालासोर रेल हादसे के कारण मुंबई-गोवा वंदे भारत का उद्घाटन टल गया था। रेल अधिकारियों का कहना है कि रांची-पटना वंदे भारत के उद्घाटन से पहले ट्रायल रन होगा। पटना से कोडरमा, हजारीबाग टाउन और बरकाकाना होकर ट्रेन रांची तक ट्रायल के तौर पर चलेगी। ट्रायल रिपोर्ट के बाद ही उद्घाटन की तिथि तय हो सकेगी। पर यात्रियों को ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा क्योंकि इसी महीने से ट्रेन चलने लगेगी।
धनबाद रेल मंडल कर रहा उद्घाटन समारोह की तैयारी
रांची से पटना के बीच चलने वाली वंदे भारत धनबाद रेल मंडल के कोडरमा, हजारीबाग टाउन और बरकाकाना स्टेशन पर रुकेगी। उद्घाटन के दिन इन तीनों स्टेशन पर समारोह का आयोजन होगा। स्थानीय कलाकार झारखंड की पारंपरिक नृत्य के साथ नई ट्रेन का स्वागत करेंगे।
क्या है खासियत
बता दें कि वंदे भारत मौजूदा समय में भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेनों में से एक है। यह अधिकतम 180 की रफ्तार से दौड़ सकती है। यह 100 किलोमीटर की केवल 54.6 सेकेंड्स में पकड़ सकती है और अपनी अधिकतम रफ्तार तक केवल 145 सेकेंड्स में पहुंच सकती है।
इन आधुनिक सुविधाओं से है लैस
वंदे भारत में आम ट्रेनों की तरह आप कभी भी चढ़-उतर नहीं सकते हैं। इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे दिए गए हैं, जो कि स्टॉपेज आने पर ही खुलते हैं। इसके साथ ही जीपीएस के ऑडियो-वीडियो पैसेंजर इन्फॉर्मेशन सिस्टम दिया हुआ है। ट्रेन में वाई-फाई की भी सुविधा मौजूद है।
वंदे भारत रेलवे के भविष्य को दर्शाती है। इसमें आधुनिक ब्रेकिंग सिस्टम दिया हुआ है। सुरक्षा का ख्याल रखते हुए ट्रेन के हर कोच में सीसीटीवी कैमरे दिए हुए हैं। किसी इमरजेंसी के समय लोको पायलट, ट्रेन गार्ड और यात्रियों के साथ संदेश पहुंचाने की सुविधा भी इसमें दी गई है।