Jharkhand News: झारखंड में पहली बार बन रहे प्री-फैब्रिकेटेड फील्ड हास्पिटल, जानिए इसकी विशेषताएं
Jharkhand Health News झारखंड के 12 जिलों में फील्ड हास्पिटल के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू। छह जिलों में 50 तथा इतने ही जिलों में 100 बेड के अस्पताल का होगा निर्माण। केंद्र से कोविड इमरजेंसी रेस्पांस पैकेज फेज टू के तहत मिली राशि से होगा निर्माण।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के 12 जिलों में पहली बार प्री फैब्रिकेटेड फील्ड हास्पिटल का निर्माण होगा। छह जिलों में 100-100 तथा इतने ही जिलों में 50-50 बेड के ऐसे अस्पतालों का निर्माण होगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस योजना की स्वीकृति दिए जाने के बाद भवन निर्माण कारपोरेशन ने इनके निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन अस्पतालों के निर्माण के लिए वैसी जगहों का चयन किया गया है, जहां से सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की दूरी अधिक है। ये अस्पताल अधिकतम छह माह में बनकर तैयार हो जाएंगे।
इन जिलों में इस विशेष अस्पताल का होगा निर्माण
जिन जिलों में 100 बेड के फील्ड हास्पिटल का निर्माण होगा उनमें रांची, रामगढ़, कोडरमा, पूर्वी सिंहभूम, लोहरदगा तथा हजारीबाग शामिल हैं। जिन जिलों में 50 बेड के फील्ड हास्पिटल का निर्माण होगा उनमें बोकारो, गुमला, जामताड़ा, खूंटी, लातेहार तथा गोड्डा शामिल हैं। केंद्र ने इमरजेंसी कोविड रेस्पांस पैकेज के दूसरे चरण के तहत कुल 569.80 करोड़ रुपये की स्वीकृति कोरोना से संबंधित विभिन्न योजनाओं के लिए प्रदान की है। इस राशि से ही इन संरचनाओं का निर्माण होगा। इनमें 60 प्रतिशत राशि की हिस्सेदारी केंद्र की है, जबकि 40 प्रतिशत राज्य सरकार वहन कर रही है।
अस्पतालों के संचालन के लिए 50 करोड़ रुपये
राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान की निदेशक डा. वंदना गुरनानी ने योजनाओं की स्वीकृति और निर्धारित बजट की जानकारी राज्य सरकार को देते हुए प्रत्येक माह प्रगति रिपोर्ट देने को कहा है। सौ बेड वाले फील्ड हास्पिटल के लिए प्रति यूनिट साढ़े सात करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इसी तरह 50 बेड वाले हास्पिटल के लिए प्रति यूनिट साढे तीन करोड़ का बजट है। इन अस्पतालों के संचालन के लिए अलग से 50 करोड़ रुपये अलग से बजट स्वीकृत हुआ है। बता दें कि इस तरह के अस्पताल का निर्माण झारखंड में पहली बार होगा। इसकी खासियत होगी कि यह बहुत कम समय में तैयार होगा। साथ ही इसे एक जगह से दूसरी जगह हस्तांतरित भी किया जा सकेगा।