Durga Puja 2020: अद्भुत लग रही 1111 कलशों की आभा, हरी-हरी जईया लाल चुनरी से झांक रहा मां का स्वरूप
Durga Puja 2020 देवी-दर्शन महोत्सव के छठे दिन सामूहिक कलशों की पूजा अर्चना के साथ माता कात्यायनी का आह्वान किया गया है। आचार्य सतीश चंद्र मिश्रा ने भक्तों को बताया कि भगवती दुर्गा के छठवें स्वरुप को मां कात्यायनी के रूप में माना जाता है।
रांची, जासं। श्री वैष्णवी शिव राम सेवा संस्थान के तत्वावधान में देवी-दर्शन महायज्ञ महोत्सव समिति द्वारा आयोजित नौवें सामूहिक सहस्त्र कलश स्थापन समारोह में जौ के बीच में स्थापित 1111 कलशों की आभा अद्भुत लग रही है। हरी-हरी जईया और लाल चुनरी से झांकती माता का स्वरूप अति मनोरम लग रहा है। जगमगाती रौशनी और नौ खंडों की कलाकृति पर सुसज्जित 1111 कलशों का आकार अति लुभावन प्रतीत हो रहा है।
देवी-दर्शन महोत्सव के छठवें दिन भी प्रात 8 बजे से संकल्पकर्ताओं द्वारा सामूहिक कलशों की पूजा अर्चना के साथ माता कात्यायनी का आवाहन किया गया। आचार्य सतीश चंद्र मिश्रा ने भक्तों को बताया कि भगवती दुर्गा के छठवें स्वरूप को मां कात्यायनी के रूप में माना जाता है। मां कात्यायनी का जन्म कात्यायन ऋषि के घर हुआ था। इनकी चार भुजाओं में अस्त्र-शस्त्र और कमल का पुष्प है।
इनका वाहन सिंह है। ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी हैं। देवी-दर्शन महायज्ञ महोत्सव समिति के अध्यक्ष डा रंजीत कुमार सपत्नी डा वंदना कुमारी ने सभी श्रद्धालुओं एवं दर्शनाॢथयों को पूजा में सहभागी होने के लिए धन्यवाद दिया तथा माता वैष्णवी से समस्त भक्तगणों की मनोकामना पूर्ति के लिए आराधना की।
कल शुक्रवार को माता कालरात्रि के आवाहन के साथ महायज्ञ का शुभारंभ होगा। जहां सामूहिक कलश पूजन, श्रीचंडी पाठ, प्रवचन एवं रामायण नवाह्न पाठ का आयोजन मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा। इस समारोह में समिति के अन्य सदस्यों के साथ विनय कुमार सिंह, अमित कुमार, मुनमुन सिंह, महावीर, संजय वर्मा, कृष्णा महली तथा समाज के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।