Jharkhand Power Crisis: रांची में गंभीर बिजली संकट, 10 से 12 घंटे ही मिल रही है सप्लाई; लोग परेशान
Jharkhand Power Crisis झारखंड की राजधानी रांची में इन दिनों लोगों को गंभीर बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। 24 घंटे की जगह पर मात्र 10 से 12 घंटे ही बिजली मिल रही है। जिसके कारण लोग काफी परेशान हो रहें है।

रांची, [विरेंद्र रावत]। Jharkhand Power Crisis बिजली की समस्या से पूरी रांची जूझ रही है। रांची शहर में 24 घंटे की जगह पर मात्र 10 से 12 घंटे ही बिजली मिल रही है। डीवीसी और एनटीपीसी से बिजली सप्लाई कम होने के कारण बिजली संकट पूरे जिला में बना हुआ है। समान्य दिनों में जहां राजधानी में 270 मेगावाट बिजली सप्लाई होती थी, अब 240-250 मेगावाट ही बिजली मिल रही है। जबकि रांची के ग्रामीण क्षेत्र में समान्य दिनों में जहां 130 से 140 मेगावाट बिजली सप्लाई होती थी, अब 100 से 110 मेगावाट ही मात्र बिजली सप्लाई हो रही है। नामकुम से समान्य दिनों में 100-120 मेगावाट बिजली सप्लाई होती थी, पर वर्तामान में महज 80 से 90 मेगावाट ही बिजली सप्लाई हो रही है। बिजली नहीं मिलने के कारण लोग काफी परेशान है।
विभाग के ट्रांसमिशन के जीएम मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि सेंट्रल लेवल से बिजली कम मिलने के कारण परेशानी उत्पन्न हो रही है। देशभर में बिजली का संकट गहरा रहा है। यह सेंट्रल लेवल का मामला है। हालांकि आम आदमी बिजली के लिए विभाग को दोषी समझेगा।
केतारी बगान, मनिटोला में घंटों बिजली रही गुल
रांची शहर में बिजली की समस्या बनी हुई है। रविवार को शहर के कई क्षेत्रों में बिजली घंटों गुल रही है। नामकुम के केतारी बगान में एलटी वायर जल जाने के कारण सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक बिजली नहीं मिल सकी। लगभग ढाई बजे बिजली सप्लाई दोबारा बहाल हो पाया। वहीं डोरंडा मनिटोला फिरदौस नगर में शाम के 5 बजे से रात 9 बजे तक बिजली गुल रही। इसके साथ ही पीक आवर में कोकर, चुटिया, रातू रोड, हरमू, बरियातू, नामकुम, पिस्का मोड आदि क्षेत्रों में घंटों बिजली आती-जाती रही। बिजली नहीं होने के कारण बिजली से होने वाली समस्याएं बरकरार रही। लोग दिनभर परेशान रहे।
क्या कहते है लोग
- पुदांग निवासी रिजवान अंसारी कहते है कि शहर में बिजली बड़ी समस्या है। घर में बिजली की स्थिति काफी खराब है। विभाग द्वारा 24 घंटे बिजली देने का वादा किया जाता है। पर 4 घंटे भी बिजली नियमित रूप से नहीं मिल रही है। मालूम नहीं कब स्थिति में सुधार होगा।
- नामकुम निवासी अमर राउत कहते है कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की स्थिति काफी खराब हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली 6 से 8 घंटे ही मिल रही है। बिजली नहीं होने के कारण जेरोक्स कराने के लिए घंटों इंजिजार करना पड़ रहा है। घर का मोटर नहीं चल रहा है। मोबाईल चार्ज करना तक मुश्किल हो गया है। लो वोल्टेज भी बनी हुई है।
क्या कहते है अधिकारी
जीएम ट्रांसमिशन मुकेश कुमार सिंह का कहना है कि सेंट्रल लेवल से कम मिलने के कारण शहर में बिजली की समस्या बनी हुई है। इसे जल्द निपटाने का प्रयास किया जा रहा है। शहर में बीस से तीन मेगावाट कम बिजली मिल रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 20-22 मेगावाट कम बिजली मिल रही है। सबसे अधिक पीक आवर में बिजली की समस्या बनी हुई है।
किस ग्रिड से कितनी मिल रही बिजली
- ग्रिड - समान्य दिनों में - वर्तामान स्थिति
नामकुम - 100 से 120 - 85
कांके - 65 से 70 - 50
हटिया - 110 से 120 - 100
तमाड़ - 8 से10 - 6
बुढ़मू - 8 से 10 - 6
खूंटी - 8 से 10 - 7
सिमडेगा - 12 से 15 - 10
लोहरदगा - 15 से 20 - 14
गुमला - 20 से 24 - 18
लोहरदगा रेवले - 20 से 24 - 20 से 24
कामडरा - 6 से 9 - 6
- नोट :बिजली के आकड़े मेगावाट में है

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