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Jharkhand: राजद में शामिल हुए झारखंड के पूर्व मंत्री राधाकृष्ण किशोर, अब तक बदल चुके हैं 5 पार्टी

Jharkhand Political Updates रांची में आयोजित एक मिलन समारोह में राधाकृष्‍ण ने राजद का दामन थाम लिया। बता दें कि चार दिन पहले राधाकृष्‍ण किशोर ने केली बंगले में रह रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 01:44 PM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 03:06 PM (IST)
Jharkhand: राजद में शामिल हुए झारखंड के पूर्व मंत्री राधाकृष्ण किशोर, अब तक बदल चुके हैं 5 पार्टी
राजद में शामिल होने के बाद राधाकृष्‍ण किशोर। जागरण

रांची, जासं। भाजपा, आजसू के बाद अब राजद। जी हां, झारखंड के पूर्व मंत्री राधाकृष्‍ण किशोर आज राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए। विधानसभा चुनाव बिहार में हो रहा है और उसका प्रभाव झारखंड में भी देखने को मिल रहा है। चुनाव से पूर्व दलबदल होना एक सामान्‍य बात हो गई है। इसी क्रम में आज रांची में आयोजित एक मिलन समारोह में राधाकृष्‍ण ने लालू यादव की पार्टी राजद का दामन थाम लिया। बता दें कि चार दिन पहले राधाकृष्‍ण किशोर ने रांची स्थित केली बंगले में रह रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी। उसके बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थी कि राधाकृष्‍ण राजद में शामिल हो सकते हैं।

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राजद में शामिल होने के मौके पर राधाकृष्‍ण ने कहा कि समय, काल और परिस्थितियों के अनुरूप राजद में शामिल होने का निर्णय लिया है। राधाकृष्‍ण ने कहा कि व्‍यक्ति खुद का प्रबंधक होता है और उसे अपने जीवन का मैनेजमेंट खुद करना पड़ता है। कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि राजद के कार्यकर्ता, मंत्री सत्‍यानंद भोक्‍ता, प्रदेश अध्‍यक्ष अभय सिंह आदि के साथ मिलकर राज्‍य में राजद को और मजबूत करें।

राजद के प्रदेश अध्‍यक्ष अभय सिंह ने राधाकृष्‍ण को सदस्‍यता दिलाई। अभय सिंह ने कहा कि राधाकृष्‍ण के पार्टी में आने से राजद को और मजबूती मिलेगी। पलामू में पार्टी का जनाधार और बढ़ेगा। इस मौके पर झारखंड के मंत्री और राजद नेता सत्‍यानंद भोक्‍ता भी मौजूद रहे।

बता दें कि राधाकृष्‍ण 2014 में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद 2019 में भाजपा का साथ छोड़कर आजसू में गए थे। ये छतरपुर से भाजपा के विधायक रह चुके हैं। ये छतरपुर से 5 बार विधायक रह चुके हैं। राधाकृष्‍ण जदयू में भी रह चुके हैं। इस प्रकार देखा जाए तो झारखंड के पूर्व मंत्री का यह पांचवां राजनीतिक दल है।

2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने छतरपुर से इनका टिकट काट दिया था। इसके बाद इन्‍होंने नाराज होकर आजसू का दामन थाम लिया था। आजसू ने उन्‍हें यहां से प्रत्‍याशी बनाया था। राधाकृष्‍ण भाजपा के मुख्‍य सचेतक भी रह चुके हैं। राधाकृष्‍ण किशोर पलामू के बड़े नेता माने जाते हैं। इन्‍होंने झारखंड विधानसभा और उससे पूर्व बिहार विधानसभा में उत्‍कृष्‍ट विधायक का सम्‍मान प्राप्‍त किया है। राधाकृष्‍ण के राजद में आने से पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव में लाभ मिल सकता है। संभव है कि राधाकृष्‍ण चुनाव प्रचार करने के लिए बिहार जाएं।


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