Jharkhand: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर दर्ज किया मुकदमा
Jharkhand Political Updates निशिकांत दुबे ने एक महिला को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर आरोप लगाए थे। इसके बाद आज मुख्यमंत्री की ओर से मुकदमा दायर किया गया है।
रांची, जासं। सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गोड्डा से भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे के बीच की लड़ाई अब अदालत की चौखट तक पहुंच गई है। सोशल मीडिया पर बयानबाजी को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने चार अगस्त को सांसद के खिलाफ सिविल सूट संख्या 151/20 दर्ज कराया है। पांच अगस्त को सब जज-वन वैशाली श्रीवास्तव की अदालत में इस पर सुनवाई होनी थी, लेकिन किसी कारण से सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने सुनवाई के लिए अब 22 अगस्त की तिथि निर्धारित की है। अदालत द्वारा केस स्वीकार करने के बाद सांसद को जवाब दाखिल करने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। सिविल सूट दर्ज होने की जानकारी स्वयं सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विटर पर दी है।
मालूम हो कि पिछले कई दिनों से सांसद और सीएम के बीच ट्विटर व फेसबुक पर जंग छिड़ी थी। सांसद ने सीएम के खिलाफ ट्विटर पर कई आरोप लगाए थे। इसके प्रत्युत्तर में सीएम ने कहा था कि इसका कानूनी जवाब दिया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन सचिवालय में कहा कि यह मामला अदालत में हैं और वे इसपर कुछ और ज्यादा नहीं बोलना चाहते।
निशिकांत दुबे ने ट्विटर पर एक पोस्ट कर बताया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मुंबई में एक लड़की ने सीएम पर यौन शोषण का आरोप लगाया, जबकि सीएम लड़की पर कार्रवाई करने के बजाय मुझ पर केस कर रहे हैं। ईश्वर को धन्यवाद, सरयू राय की तरह मुझे भी सीएम से लडऩे का मौका मिला।
इससे पहले जब निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया था, उस समय हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा था कि सांसद निशिकांत दुबे ने मुझ पर कुछ आरोप लगाए हैं। सांसद इसका जवाब आपको अगले 48 घंटे में कानूनी रूप से दिया जाएगा। देश और राज्यवासियों को 'अपने आचरण के अनुरूप' गुमराह करना बंद करें।
बता दें कि निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा था कि मुंबई में एक लड़की ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर बलात्कार का आरोप लगाया था। और इस संबंध में विभिन्न धाराओं में मामला भी दर्ज कराया था। निशिकांत दुबे का आरोप है कि पीडि़ता को डरा-धमका कर मामला वापस लेने के लिए बाध्य किया गया था।
पिछले दिनों निशिकांत दुबे ने हेमंत सोरेन पर महाराष्ट्र के एक पुराने मामले का जिक्र करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र की एक महिला ने 7 साल पहले हेमंत सोरेन के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। उसे डरा-धमकाकर मामला वापस लेने के लिए बाध्य किया गया। इतना ही नहीं, निशिकांत ने हेमंत पर उस महिला की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगाया था। तब ट्वीटर पर ही इन आरोपों के जवाब में हेमंत ने उनपर कानूनी कार्रवाई के माध्यम से जवाब देने की चेतावनी दी थी।