Jharkhand Police : झारखंड एटीएस ने पंजाब स्थित बीएसएफ कैंप परिसर से हवलदार को कारतूस के साथ किया गिरफ्तार
झारखंड पुलिस(Jharkhand Police) ने हथियार व कारतूस की तस्करी में बीएसएफ(BSF) के दो जवानों सहित पांच आरोपितों को 9213 कारतूस 14 पिस्टल 21 मैगजीन व एक मोटरसाइकिल तथा दो मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पूरे देश में हथियार व कारतूस की सप्लाई करता रहा है।
रांची (राज्य ब्यूरो)। झारखंड पुलिस(Jharkhand Police) के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने हथियार व कारतूस की तस्करी में बीएसएफ(BSF) के दो जवानों सहित पांच आरोपितों को 9213 कारतूस, 14 पिस्टल, 21 मैगजीन व एक मोटरसाइकिल तथा दो मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवानों में एक कार्तिक बेहरा है, जो बीएसएफ के पंजाब के फिरोजपुर स्थित 116 बटालियन में कोत प्रभारी (जहां हथियार, कारतूस सहित सभी कीमती सामान रखे जाते हैं, उसका प्रभारी) है।
8304 कारतूस, खाली खोखा, डेटोनेटर, मैगजीन व अन्य सामग्री की हुई है बरामदगी:
झारखंड एटीएस(Jharkhand ATS) ने उसे फिरोजपुर स्थित बटालियन परिसर से ही वहां के अधिकारियों के सहयोग से गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर उसी परिसर से छानबीन में सप्लाई के लिए रखे गए 8304 कारतूस, खाली खोखा, डेटोनेटर, मैगजीन व अन्य सामग्री की बरामदगी हुई है। बीएसएफ का दूसरा जवान अरुण कुमार सिंह है। वह भी पंजाब के फिरोजपुर स्थित बीएसएफ के उसी 116 बटालियन में था, जहां से उसने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उसकी निशानदेही पर 909 कारतूस की बरामदगी की गई है। सभी कारतूस अर्द्धसैनिक बलों के बताए जा रहे हैं।
झारखंड के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र तथा पंजाब राज्य में चलाया सघन छापेमारी अभियान :
झारखंड एटीएस के रांची के धुर्वा स्थित मुख्यालय में आइजी अभियान अमोल वी. होमकर व एसपी एटीएस प्रशांत आनंद ने गुरुवार को संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन में हथियार व कारतूस सप्लाई(Arms Supply) के इस अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि झारखंड एटीएस ने झारखंड के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र तथा पंजाब राज्य में सघन छापेमारी अभियान चलाया, जिसमें यह सफलता हाथ लगी है। अब तक झारखंड एटीएस ने इन पांच सप्लायरों सहित कुल नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
गिरोह पूरे देश में करता रहा है हथियार व कारतूस की सप्लाई:
इस गिरोह ने अब तक बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब व महाराष्ट्र के अपराधियों-उग्रवादियों को हथियार-कारतूस सप्लाई किया है। करीब पांच साल से सक्रिय इस गिरोह ने सिर्फ झारखंड के अपराधियों-उग्रवादियों तक 10 हजार से अधिक कारतूस की सप्लाई किया है। झारखंड में गैंगस्टर सुजीत सिन्हा, अमन साव, अमन सिंह, अखिलेश सिंह, अमन श्रीवास्तव गिरोह के अलावा नक्सलियों तक हथियार-कारतूस की सप्लाई की गई है। आइजी ने बताया कि यह गिरोह पूरे देश में हथियार व कारतूस की सप्लाई करता रहा है।
ये किए गए हैं गिरफ्तार:
अरुण कुमार सिंह : शाहपुर, सोनपुर, सारण, बिहार। बीएसएफ के पंजाब के फिरोजपुर स्थित 116 बटालियन से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्राप्त जवान है। इसके पास से 909 कारतूस की बरामदगी हुई है।
कार्तिक बेहरा : पदमपुर, सरायकेला-खरसांवा, झारखंड। यह बीएसएफ के पंजाब के फिरोजपुर स्थित 116 बटालियन में हवलदार है और कोत प्रभारी के पद पर कार्यरत था। इसके बाद से 8304 कारतूस, खाली खोखा, डेटोनेटर, मैगजीन व अन्य सामग्री बरामद किया गया है।
कुमार गुरलाल ओचवारे : पचौरी, खखनार, जिला बुरहानपुर, मध्य प्रदेश।
शिवलाल धवल सिंह चौहान : पचौरी, खखनार, जिला बुरहानपुर, मध्य प्रदेश।
हिरला गुमान सिंह ओचवारे : पचौरी, खखनार, जिला बुरहानपुर, मध्य प्रदेश। इन तीनों के पास से 14 पिस्टल, 21 मैगजीन, एक मोटरसाइकिल व दो मोबाइल की बरामदगी।
पूर्व में गिरफ्तार आरोपित:
अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा : परसिया, इमामगंज, गया, बिहार। यह सीआरपीएफ के पुलवामा स्थित 182 बटालियन का जवान था, जिसे बटालियन ने भगोड़ा घोषित करते हुए वारंट जारी किया था।ऋषि कुमार : बेनीपुर, सलीमपुर, पटना, बिहार।
पंकज कुमार सिंह : सिमरी, सकरा, मुजफ्फरपुर, बिहार।
कामेंद्र सिंह : कारथ, तरारी, भोजपुर, बिहार। वर्तमान में सक्टोरिया, कुल्टी, वर्द्धमान, पश्चिम बंगाल।