गूगल बताएगा झारखंड में अफीम का अड्डा, चलेगा पुलिस का डंडा
गूगल मैप के जरिये अब झारखंड पुलिस अफीम की खेती पर नकेल कसेगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। सर्च इंजन ऑपटिमाइजेशन के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म और सूचनाओं के महाभंडार कहे जाने वाले गूगल के सहारे अब झारखंड पुलिस अपनी रणनीति तय करेगी। झारखंड के जिलों में बरसात के बाद अफीम पर पुलिस का डंडा चलेगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है। जिलों को आदेश दिया गया है कि अक्टूबर से गूगल मैप पर अफीम के क्षेत्र को चिह्नित किया जाएगा।
इस सीजन में अफीम में फूल आने शुरू हो जाते हैं, जो मैप पर दिखने लगते हैं। इसके बाद पुलिस पूरी तैयारी के साथ इलाके की घेराबंदी कर अफीम की खेती को नष्ट करेगी। अफीम की सर्वाधिक खेती पलामू, खूंटी, चतरा आदि इलाके में होती है, जहां पुलिस की नजर है। पत्थलगड़ी वाले क्षेत्रों में अफीम की खेती सर्वाधिक : अफीम की खेती पर सरकार की खुफिया एजेंसी ने पूर्व में अपनी रिपोर्ट भी दी थी। रिपोर्ट में यह बताया गया था कि राज्य में जिन क्षेत्रों में पत्थलगड़ी ज्यादा हुई हैं, उसकी आड़ में अफीम की खेती भी सर्वाधिक हुई है।
कई बार अफीम की खेती को नष्ट करने गए पुलिस अधिकारियों-कर्मियों को वहां के ग्रामीणों-पत्थलगड़ी समर्थकों का विरोध भी झेलना पड़ चुका है। पत्थलगड़ी कर असामाजिक तत्व पुलिस को उक्त क्षेत्र में घुसने से रोकते हैं और इसका फायदा उठाकर अफीम की खेती करते हैं। हालांकि, पुलिस अब पत्थलगड़ी वाले क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटी हुई है, ताकि उक्त क्षेत्र से समाज विरोधी ताकतों को भगाया जा सके।