Jharkhand: 86 हजार रुपये के पार पहुंची झारखंडवासियों की प्रति व्यक्ति आय लेकिन किसानों की आय में आयी गिरावट
विधानसभा में वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव ने बताया कि झारखंड वासियों की प्रति व्यक्ति आय 86060 रुपये प्रति माह है। उन्होंने बताया कि औद्योगिकीकरण के कारण जीडीपी की हिस्सेदारी में कृषि की हिस्सेदारी का प्रतिशत घटा है वहीं सुखाड़ के कारण किसानों की आय में भी कमी आयी है।
जागरण ब्यूरो, रांची: विधायक प्रदीप यादव द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने बताया कि झारखंड वासियों की प्रति व्यक्ति आय 86060 रुपये प्रति माह है। विधायक प्रदीप यादव के सवाल पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा की प्रति व्यक्ति आय को दो तरह से मापा जाता है, एक करेंट प्राइस के आधार पर और दूसरा कांस्टेंट प्राइस के आधार पर।
जीडीपी में घटा कृषि का प्रतिशत
करेंट प्राइस के अनुसार झारखंड वासियों की प्रति व्यक्ति आय 86060 रुपए प्रति माह है। उन्होनें कहा कि जीडीपी में कृषि का प्रतिशत घटा है। उन्होनें कहा कि आजादी के समय उद्योग नहीं थे इसलिए आय का एकमात्र साधन कृषि था। उस समय जीडीपी में 50 फीसद से ज्यादा कंट्रीब्यूशन कृषि का होता था, जो आज घटकर महज 17 प्रतिशत हो गया है।
किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयासरत झारखंड सरकार
उन्होनें कहा कि सुखाड़ के कारण झारखंड में किसानों की आय घटी है। सरकार का प्रयास है कि किसानों की आय बढ़ाई जाए। उन्होनें स्वीकार किया कि जिस गति से प्रति व्यक्ति आय बढ़नी चाहिए थी वह नहीं बढ़ी है।
वार्षिक बजट में बड़ी राशि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाने के लिए वार्षिक बजट 2023-24 में ठोस आर्थिक रणनीति के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी राशि का प्रावधान किया है। इसके तहत कृषि, ग्रामीण कार्य एवं ग्रामीण विकास के लिए आगामी वित्तीय वर्ष के लिए क्रमशः 4627 करोड़, 4293 करोड़ और 8166 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
उन्होंने आगे कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष के कुल 1लाख 16 हजार 418 करोड़ रुपये के बजट में से 39736 करोड़ का प्रावधान आर्थिक प्रक्षेत्र के लिए किया है, जिसका सीधा संबंध आम जनता की आय की वृद्धि से है।
राज्य में घटी किसानों की आय
विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि किसानों की आय 2000 रुपए प्रतिमाह घटी है। उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय के मामले में जब राज्य बिहार से अलग हुआ था उस समय भी झारखंड 26 वें स्थान पर था और आज भी 26 वें स्थान पर हैं।
विधायक ने कहा कि राज्य के किसानों की आय में गिरावट आई है। उन्होनें सरकार से गरीबी का आकलन के लिए एक आयोग बनाने की मांग भी की।