Jharkhand News: मानसून खत्म होते ही मिशन मोड में आया मनरेगा, गांव के लोग रोजगार पाने के लिए रहें तैयार
Jharkhand News मानसून खत्म होते ही झारखंड में मनरेगा के कार्यों में तेजी लाने के लिए योजनाओं का चयन और क्रियान्वयन की प्रक्रिया तेज हो गई है। पलामू जिले में पांच हजार से ज्यादा योजनाएं बनाई गई। इससे गांव के लोगों को रोजगार मिलेगा।
मेदिनीनगर (पलामू), जागरण संवाददाता। Jharkhand News मानसून खत्म होते ही मनरेगा के कार्यों में तेजी लाने के लिए योजनाओं का चयन और क्रियान्वयन की प्रक्रिया तेज हो गई है। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर पलामू जिले के 265 पंचायतों में सबकी योजना, सबका विकास अभियान-2022 के तहत योजनाएं बनाई गई। प्रत्येक पंचायतों में विशेष ग्राम सभा आयोजित की गई। पांच हजार से ज्यादा योजनाएं बनाई गई। पांडू प्रखंड के डाला पंचायत में 61 योजनाएं बनाई गईं।
मिट्टी-मोरम रोड से लेकर डोभा और पशु शेड बनाने की योजना
पलामू के सभी पंचायतों में विशेष ग्राम सभा के दौरान योजनाएं बनाई गईं। विश्रामपुर प्रखंड केतात कला पंचायत में 102 योजनाएं बनाई गई। इनमें मिट्टी-मोरम रोड से लेकर डोभा और पशु शेड तक शामिल हैं। मनरेगा लोकपाल शंक कुमार ने पांडू और विश्रामपुर प्रखंड का दौरा कर विशेष ग्राम सभा का जायजा लिया।
पांच हजार से ज्यादा बनाई गई योजना
पांडू के डाला कला में मजदूर कार्य करते दिखे। हालांकि कई पंचायतों में विशेष ग्राम सभा के दौरान मुखिया और पंचायत सचिव अनुपस्थित थे। विशेष ग्राम सभा के दौरान कितनी योजनाएं बनाई गई? इसका सही आंकड़ा एक सप्ताह बाद पता चलेगा। एक अनुमान के अनुसार पांच हजार से ज्यादा योजनाएं बनाई गई।
गांव के लोगों को मिलेगा रोजगार
आम तौर पर मनरेगा के तहत मिट्टी के काम मानसून के दिनों में नहीं होते हैं। जून से सितंबर तक मानसून की अवधि मानी जाती है। मानसून खत्म हो चुका है। मनरेगा के तहत विशेष ग्राम सभा कर योजनाएं बनाई गई हैं। अब मनरेगा के कार्यों में तेजी आएगी। इससे गांव के लोगों को रोजगार मिलेगा।