ओमिक्रोन : झारखंड में पाबंदियों की घोषणा अभी नहीं, सरकार की बैठक स्थगित
jharkhand lockdown news झारखंड में कोरोना बम फूट गया है। बड़ी संख्या में रिम्स के डाक्टर कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। केंद्रीय टीम ने भी कह दिया है कि यहां कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इसे केंद्र में रखकर सरकार की ओर से संक्रमितों को हर हाल में अस्पतालों में भर्ती कराने के निर्देश दिए गए हैं। संभव है कि सरकार वायरस के फैलाव को रोकने के निमित्त कुछ और पाबंदियां बढ़ाए।
नव वर्ष के जश्न पर पड़ सकता है असर
इस मसले पर आज गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन प्राधिकार की उच्च स्तरीय बैठक होने वाली थी, लेकिन किसी कारण से स्थगित हो गई। आने वाले एक दो दिन में ये बैठक होगी, जिसमें सरकार कड़े फैसले ले सकती है, जिसका असर नव वर्ष के स्वागत समारोहों पर पड़ सकता है। होटलों- क्लबों ने पहले से ही 31 दिसंबर की रात नव वर्ष के भव्य स्वागत की तैयारियां कर रखी हैं, जिसपर ग्रहण लग सकता है। सरकार इस मौके पर संशोधित गाइडलाइन भी जारी कर सकती है। बताते चलें कि राज्य में अब तक कोरोना के 700 से अधिक सक्रिय मामले आ चुके हैं।
इस रफ्रतार से बढ़ रहे कोरेाना मरीज
मालूम हो कि राज्य में कोरोना का संक्रमण लगातार खतरनाक ढंग से बढ़ रहा है। पिछले दो दिनों में लगातार 100 से अधिक नए केस मिलने के बाद बुधवार को पूरे राज्य में 344 नए कोरोना संक्रमित की पहचान हुई। इनमें 118 संक्रमित रांची तथा 56 कोडरमा के हैं। बुधवार को राज्य के 17 जिलों में कुल 344 नए कोरोना संक्रमित की पहचान हुई। इनमें रांची के 118, कोडरमा के 56, पूर्वी सिंहभूम के 43, धनबाद के 31, पश्चिमी सिंहभूम के 22, हजारीबाग के 21, बोकारो के 17, देवघर व गिरिडीह के सात-सात, चतरा के छह, खूंटी व रामगढ़ के चार-चार, जामताड़ा के तीन, गुमला के दो तथा दुमका लातेहार और पलामू के एक-एक संक्रमित शामिल हैं। शेष सात जिलों में कोई संक्रमित नहीं मिला है।
नहीं हो रहा कोरोना नियमों का पालन, करें सख्ती : केंद्रीय टीम
उधर, ओमिक्रोन की समीक्षा को लेकर झारखंड पहुंची चार सदस्यीय केंद्रीय टीम ने कहा है कि राज्य में कोविड उपयुक्त व्यवहार का अनुपालन नहीं हो रहा है। केंद्रीय टीम ने राज्य सरकार से कोरोना से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन कराने की अनुशंसा की है। इनमें मास्क पहनना, शारीरिक दूरी के नियमों का पालन आदि प्रमुख हैं। केंद्रीय टीम ने मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर जुर्माना लगाने की भी अनुशंसा राज्य सरकार से की है। केंद्रीय टीम आज गुरुवार को वापस नई दिल्ली लौट जाएगी, जहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस टीम के सुझाव को भी राज्य सरकार गंभीरता से ले सकती है।
जुर्माना लगाने का प्रविधान करने जा रही सरकार
अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंंह ने केंद्रीय टीम को अवगत कराया है कि राज्य सरकार मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर 50 रुपये जुर्माना का प्रविधान करने जा रही है। इसे लेकर प्रस्ताव आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा गया है। उन्होंने शीघ्र ही इस पर मंजूरी मिलने की बात कही।
जीनोम सिक्वेंसिंग लैब की मंजूरी
अपर मुख्य सचिव ने केंद्रीय टीम को बताया कि राज्य में ही आरटी-पीसीआर पाजिटिव सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लैब स्थापित की जाएगी। रांची के रिम्स में इसे लेकर मशीन खरीदने की स्वीकृति मिल चुकी है। हालांकि केंद्रीय टीम ने कहा कि मशीन लगने में कम से कम 45 दिन लग सकते हैं। ऐसे में सिक्वेंसिंग शीघ्र कराने के लिए भुवनेश्वर के अलावा कोलकाता में भी सैंपल भेजे जा सकते हैं।
स्कूलों में होगा टीकाकरण, किशोरों के लिए अलग होंगे केंद्र
राज्य में 15-18 वर्ष के किशोरों के लिए अलग टीकाकरण केंद्र बनाए जाएंगे। साथ ही स्कूलों में भी टीकाकरण होगा। इसे लेकर गाइडलाइन तैयार की जा रही है। बता दें कि टीकाकरण के लिए एक जनवरी से कोविन एप पर निबंधन शुरू होगा, जबकि तीन जनवरी से टीकाकरण शुरू होगा।