Night Curfew: CM हेमंत सोरेन ने पुलिस को दिया ये सख्त आदेश... जानें क्या-क्या करेगी...
Jharkhand Lockdown झारखंड के सभी जिलों में लाउडस्पीकर से कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की जानकारी दी जा रही है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। मास्क पहनने हाथ सैनिटाइज करने और शारीरिक दूरी का पालन करने की सलाह दी जा रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Lockdown कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए जिलों में पुलिस की सख्ती शुरू हो चुकी है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सभी जिलों में पुलिस व्यापक पैमाने पर मास्क चेकिंग अभियान चला रही है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में शारीरिक दूरी का पालन हो, इसे सुनिश्चित कराने के लिए जिलों में सीनियर पुलिस अधिकारी भी घूम-घूमकर व्यवस्था संबंधित जानकारी ले रहे हैं और अपने कनीय पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
राज्य सरकार की उच्च स्तरीय समिति ने एक दिन पूर्व ही कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने संबंधित दिशा-निर्देश जारी किया था। यह आदेश गुरुवार से प्रभावी होना है। रांची में स्वयं एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शहर की गलियों में घूम-घूमकर कोरोना के रोकथाम को लेकर जारी गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वालों को चेताया और गुरुवार से कठोर कार्रवाई शुरू होने की जानकारी दी।
सभी दुकानदारों, मॉल, रेस्टोरेंट व होटलों के संचालकों को भी हिदायत दी गई है कि वे जारी दिशा-निर्देश का पालन करें, नहीं तो गाइडलाइंस उल्लंघन के मामले में उनके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई होगी। जिलों में लाउडस्पीकर के माध्यम से भी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की जानकारी दी जा रही है और आम लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। मास्क पहनने, बार-बार हाथ सैनिटाइज करने और दो फीट की शारीरिक दूरी का पालन करने की सलाह भी दी जा रही है, ताकि कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सके।
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों को मिलेगा टास्क
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता गुरुवार को उन निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक करेंगे जहां कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है। इसमें निजी अस्पतालों में बेड की क्षमता बढ़ाने, दवाइयों की उपलब्धता एवं वेंटिलेटर एवं अन्य उपकरणों की स्थिति एवं अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विमर्श किया जाएगा। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कुछ टास्क भी अस्पताल संचालकों को मिलेंगे।
बैठक में स्वास्थ्य सचिव केके सोन तथा अभियान निदेशक रविशंकर शुक्ला व अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक के बाद रिम्स प्रंबधन के साथ बैठक होगी जिसमें रिम्स में कोविड मरीजों के समुचित उपचार हेतु बेड, दवाइयां, वेंटिलेटर एवं अन्य उपकरण आदि के विषय में विस्तृत चर्चा की जाएगी।
इसके बाद राज्य औषधि नियंत्रण निदेशालय के पदाधिकारियों के साथ भी अलग से बैठक होगी जिसमें ऑक्सीजन के निर्माण, विक्रय, वितरण एवं उपलब्धता पर नियंत्रण एवं निगरानी, ब्लड बैंकों की निगरानी, सैनिटाइजर के निर्माण, विक्रय एवं उपलब्धता आदि की समीक्षा की जाएगी। जीवनरक्षक दवाइयों तथा अन्य जरूरी चिकित्सीय उपकरणों की कालाबाजारी पर रोक लगाने को लेकर औषधि प्रशासन के पदाधिकारियों को टास्क दिए जाएंगे।