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    Jharkhand News: अब शराब घोटाले में भी निलंबित IAS विनय चौबे पर चार्जशीट करेगी ACB

    Updated: Wed, 12 Nov 2025 08:13 PM (IST)

    झारखंड में निलंबित आईएएस विनय चौबे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि एसीबी शराब घोटाले में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है। विनय चौबे पहले से ही कई मामलों में आरोपी हैं, और एसीबी की जांच में शराब घोटाले में भी उनकी भूमिका सामने आई है। जांच के दौरान उनके खिलाफ अहम सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर चार्जशीट तैयार की जा रही है।

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    राज्य ब्यूरो, रांची। जमीन घोटाले के बाद अब शराब घोटला मामले में भी निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के विरुद्ध एसीबी चार्जशीट करेगी। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में इसे लेकर तैयारियां तेज है। एसीबी के अधिकारी निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के विरुद्ध साक्ष्य जुटाने में लगे हुए हैं।

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    पूर्व में उनके एक सहयोगी रहे आटोमोबाइल कारोबारी विनय कुमार सिंह के ठिकाने से छापेमारी के दौरान बरामद 198 फाइलों में कुछ सबूत मिले थे, जिसे एसीबी ने कलमबद्ध किया है। अब फर्जी बैंक गारंटी पर मैनपावर आपूर्ति का ठेका लेने वाली प्लेसमेंट एजेंसी मेसर्स विजन हॉस्पिटलिटी सर्विसेज एंड कंस्ल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के तीन निदेशकों को को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है, ताकि उसे भी चार्जशीट में शामिल किया जाय।

    इस प्लेसमेंट एजेंसी को उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे के कार्यकाल में ही पूर्व की उत्पाद नीति के दौरान खुदरा शराब दुकानों में मैनपावर आपूर्ति का ठेका मिला था। जांच में उसकी बैंक गारंटी फर्जी मिली थी, जिसका बैंक ने भी अपनी सत्यापन रिपोर्ट में खुलासा किया था।

    आरोप है कि तत्कालीन उत्पाद सचिव ने आपसी मिलीभगत से आपराधिक साजिश के तहत फर्जी बैंक गारंटी देने वाली प्लेसमेंट एजेंसी को मैनपावर आपूर्ति का ठेका दिया, जिससे विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा।

    पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए आरोपितों को भी चार्जशीट में शामिल करने की है तैयारी

    शराब घोटाला मामले में पूर्व में गिरफ्तार आरोपितों पर भी एसीबी चार्जशीट करेगी। निर्धारित समयावधि 90 दिनों के भीतर चार्जशीट नहीं करने पर सभी आरोपितों को जमानत का लाभ मिल गया था। उक्त केस में तब सभी जेल से बाहर आ गए थे। पूर्व डीजी अनुराग गुप्ता से एसीबी का प्रभार एडीजी प्रिया दुबे को मिलते ही इस केस में फिर जांच तेज हुई।

    सबसे पहले तत्कालीन सचिव विनय कुमार चौबे के सहयोगी आटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह को एसीबी ने गिरफ्तार किया। उसके बाद प्लेसमेंट एजेंसी से जुड़े तीन निदेशकों को गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार कर एसीबी ने जेल भेजा। चार्जशीट में सभी आरोपितों के नाम शामिल होंगे।