रांची, राज्य ब्यूरो । झारखंड विधानसभा में नमाज कक्ष को लेकर चल रहे विवाद पर अब कांग्रेस के सुर बदल रहे हैं। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अब इस मामले पर नया राग अलापते हुए कहा है कि वो नमाज कक्ष नहीं प्रार्थना कक्ष है। मैं भी उसमें प्रार्थना करने जाउंगा। वहीं, इस पर मीडिया ने पूछा कि उसका आवंटन नमाज कक्ष के रूप में किया गया है। तो इस सावल पर बन्ना गुप्ता बोले- ये मैं स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते कह रहा हूं।
भाजपा MLA सीपी सिंह द्वारा झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री को आटो एजेंट बुलाने पर मंत्री बन्ना गुप्ता गुरुवार को आटो चला विधानसभा पहुंचे। मीडिया से उन्होंने कहा कि विधानसभा में नमाज कक्ष नहीं, प्रार्थना कक्ष है।@JagranNews @BJP4Jharkhand @JharkhandCMO #JharkhandPolitics pic.twitter.com/fUu61sCGZ8
— amit singh (@Join_AmitSingh) September 9, 2021
इसके अलावा उन्होंने इस मुद्दे को लेकर भाजपा की ओर से हो रहे विरोध पर उन्होंने पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को मुस्लिमों से नफरत है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के मन में दलित, आदिवासी के प्रति हीन भावना है।
फोटो- स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता आटो चलाते हुए विधानसभा पहुंचे।
क्यों है विवाद
दरअसल, दो सितंबर को विधानसभा में नमाज कक्ष के लिए अलग कमरे का आवंटन संबंधित आदेश पत्र जारी हुआ। जिसके बाद भाजपा ने इसका विरोध किया। भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि स्पीकर विधानसभा में मंदिर के लिए जगह दें। भाजपा अपने खर्च पर हनुमान मंदिर का निर्माण कराएगी।
टेंपो चलाकर विधानसभा पहुंचे मंत्री
इधर, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता टेंपो चालकों के समर्थक के रूप में तथा उनके सम्मान के लिए टेंपो चलाकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि भाजपा में सामंतवादी सोच है। मुझे गर्व है कि मैं पिछड़े जाति से आता हूं। और मैं गरीब, दलित, कमजोर वर्ग, आदिवासी का नेता था और हूं। भाजपा के मन में इनके (पिछड़ा, दलित और आदिवासी के प्रति हीन भावना है। गौरतलब है कि कल भाजपा विधायक सीपी सिंह ने सदन में मंत्री को टेम्पो एजेंट कहा था। इसके बाद टेंपो चालकों में नाराजगी है।