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Jharkhand Coronavirus News Update: झारखंड सरकार रेलवे से लेगी 60 डिब्बों का आइसोलेशन वार्ड

Jharkhand Coronavirus News Update. संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर राज्य सरकार ने रेलवे को पत्र लिखा है। रांची रेल मंडल के हटिया यार्ड में 500 बोगियां तैयार हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 02:42 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 03:05 PM (IST)
Jharkhand Coronavirus News Update: झारखंड सरकार रेलवे से लेगी 60 डिब्बों का आइसोलेशन वार्ड
Jharkhand Coronavirus News Update: झारखंड सरकार रेलवे से लेगी 60 डिब्बों का आइसोलेशन वार्ड

रांची, जासं। COVID 19 Isolation Ward in Indian Railways देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इसलिए अधिक से अधिक अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था कराई जा रही है। हालांकि, मरीज अधिक होने से अस्पतालों में जगह कम पड़ रही है। इसे देखते हुए ही रेलवे ने कई बोगियों को आइसोलेशन वार्ड बना दिया है। रांची रेल मंडल ने भी ट्रेन के 60 डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया है। इन 60 डिब्बों में 540 बेड तैयार किए गए हैं।

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झारखंड सरकार ने रेलवे को पत्र लिखकर आइसोलेशन बोगी लेने की इच्छा जताई है। फिलहाल इस आइसोलेशन बोगी का कब से इस्तेमाल किया जाएगा, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। दूसरी तरफ डब्ल्यूएचओ और स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों ने इन बोगियों का जायजा लिया और मरीजों के इलाज की दृष्टि से क्या सुधार किए जा सकेंगे, इस पर चर्चा की।

ऐसा होगा चलता-फिरता अस्पताल

  • बोगी को नौ कंपार्टमेंट बांटा गया है।
  • आठ कंपार्टमेंट में मरीज होंगे।
  • एक कंपार्टमेंट मेडिकल स्टाफ के लिए होगा। कंपार्टमेंट में प्लास्टिक का पर्दा लगाया गया है जिसके ऊपर क्रम संख्या दी गई है।
  • हर कंपार्टमेंट में मरीज के सोने के लिए बेड की व्यवस्था है। उसके सामने भी एक बेड की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। एक बोगी में नहाने का एक बाथरूम होगा और तीन शौचालय होंगे। कंपार्टमेंट में डस्टबीन की भी व्यवस्था रहेगी। जरूरत पडऩे पर ऑक्सीजन की भी व्यवस्था कराई जा सकती है।
  • आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए 15 वर्ष पुराने स्लीपर कोच का इस्तेमाल किया गया है। आइसोलेशन वार्ड बनाने का काम हटिया यार्ड में किया गया। अस्पताल में मरीज के लिए जिस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए, वैसी ही बोगी में की गई है।

रांची और मुरी स्टेशन पर इस्तेमाल करने की है योजना

फिलहाल रांची स्टेशन और मुरी स्टेशन पर इस्तेमाल करने की योजना है। लेकिन, जरूरत पडऩे पर अन्य जिलों में भी भेजा जा सकता है।

अभी क्या है व्यवस्था

  • हाई रिस्क जोन से और विदेश से आने वाले यात्रियों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन पर रखा जा रहा है। इसके लिए शहर में तीन प्रमुख सेंटरों में लोगों को रखा जा रहा है। उनके स्वाब की जांच भी कराई जा रही है। अभी सिर्फ पांच ही लोग हैं, जो क्वारंटाइन में हैैं।
  • रांची के विभिन्न होटलों में भी व्यवस्था की गई है, इनमें 45 यात्रियों को क्वारंटाइन किया गया है।
  • रांची में कैपिटल रेसिडेंसी, एके रेसिडेंसी, होटल एकॉर्ड, प्रताप रेसिडेंसी, होटल ली लैक, राजस्थान होटल, होली डे होम होटल में क्वारंटाइन किया जाता है।

प्रखंडों में 18 क्वारंटाइन सेंटर

अब श्रमिक स्पेशल ट्रेन भी कम आ रही हैं। पहले क्वारंटाइन सेंटरों की संख्या 50 से अधिक थी, जो अब कम हो गई है।


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