Coronavirus Update: कोरोना से निपटने में इंटर्न छात्रों की भी मदद लेगी सरकार
Coronavirus Update. अंतिम वर्ष की परीक्षा पास कर चुके सभी मेडिकल और डेंटल छात्रों का सहयोग लेने का निर्देश। मेडिकल काउंसिल में छात्रों के औपबंधिक निबंधन का भी आदेश।
रांची, [नीरज अम्बष्ठ]। कोरोना से निपटने तथा इससे संक्रमित लोगों की जांच तथा इलाज में राज्य सरकार ने रिटायर और प्राइवेट चिकित्सकों के अलावा एमबीबीएस और डेंटल की परीक्षा पास कर चुके छात्रों की भी मदद लेने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इसके तहत वर्ष 2020 में अंतिम वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण सभी मेडिकल छात्रों का इंटर्नशिप शुरू करते हुए उन्हें इस कार्य में लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने प्राचार्यों को इन सभी छात्रों का निबंधन झारखंड मेडिकल काउंसिल में तत्काल कराने का भी निर्देश दिया है।
यह भी कहा है कि यदि किसी छात्र को योगदान देने में कोई परेशानी हो रही हो तो इसकी सूचना शीघ्र विभाग को ई मेल के माध्यम से दें। छात्र इस दौरान किसी भी प्रकार का पत्राचार ईमेल के माध्यम से ही करेंगे। इंटर्नशिप की गणना योगदान की तिथि से की जाएगी। सभी छात्र प्राचार्य या सिविल सर्जन के निर्देश पर अस्पतालों में काम करेंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को जारी आदेश में कहा गया है कि ऐसे छात्रों का इंटर्नशिप तत्काल शुरू किया जाए।
सभी छात्र संबंधित मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य के समक्ष ईमेल के माध्यम से अपना योगदान देंगे। यह भी कहा गया है कि लॉक डाउन लागू होने के कारण जो छात्र वर्तमान में अपने वर्तमान पते पर न होकर राज्य के किसी अन्य स्थान पर रह रहे हैं, वे वहीं अपने नजदीक के मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य के समक्ष योगदान देंगे। जहां मेडिकल कॉलेज नहीं है वहां के छात्र उस जिले के सिविल सर्जन के समक्ष भी योगदान दे सकते हैैं।
ऐसे में इन मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य या सिविल सर्जन उस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को ईमेल के माध्यम से छात्रों के योगदान देने की जानकारी देंगे, जहां से उक्त छात्र ने पढ़ाई पूरी की है। यह भी कहा गया है कि जो छात्र झारखंड के सीमावर्ती राज्यों में हैं वे भी झारखंड के निकटतम मेडिकल कॉलेज या सिविल सर्जन कार्यालय में योगदान दे सकते हैं।
एपिडेमिक डिजीज रेगुलेशन के आधार पर निर्णय
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से निपटने में इंटर्न छात्रों की मदद लेने का निर्णय एपिडेमिक डिजीज रेगुलेशन 2020 के तहत लिया है। जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना को लेकर आकस्मिकता की स्थिति है। ऐसे में राज्य में बड़ी संख्या में डॉक्टरों और पारा मेडिकल कर्मियों की जरूरत है। इसे देखते हुए अंतिम वर्ष के पास छात्रों का इंटर्नशिप शीघ्र शुरू किया जा सकता है।