नाम में क्या रखा है...'अम्मा' नहीं यहां 'रघुवर' कैंटीन में करिए ₹10 में भरपेट भोजन
झारखंड सरकार का मुख्यमंत्री कैंटीन समाज के वंचित लोगों के लिए रेस्तरां की एक श्रृंखला के तौर पर विकसित की जाएगी जो गरीबों और जरूरतमंदों के लिए भरपेट भोजन की व्यवस्था करेगा।
रांची, [जागरण स्पेशल]। तमिलनाडु में लोकप्रिय अम्मा कैंटीन की तर्ज पर अब झारखंड में भी मुख्यमंत्री कैंटीन योजना चलाई जा रही है। राजधानी रांची में अगले एक सप्ताह में इसकी शुरुआत होगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भाजपा सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को पहले पूर्वी सिंहभूम में लांच किया था। अब झारखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए रांची में कैंटीन शुरू करने को बड़ा दांव के रूप में देखा जा रहा है।
बताया गया है कि झारखंड सरकार द्वारा निर्मित मुख्यमंत्री कैंटीन, समाज के वंचित लोगों के लिए रेस्तरां की एक श्रृंखला के तौर पर विकसित की जाएगी, जो गरीबों और जरूरतमंदों के लिए भरपेट भोजन की व्यवस्था करेगा। इस योजना में जो आर्थिक रूप से अशक्त हैं, वे अब बाजार मूल्य से बहुत सस्ती दर पर अपना पेट भर सकेंगे।
घर-परिवार से दूर रह रहे लोगों को बढिय़ा भोजन कराने के लिए उद्देश्य से तैयार की गई मुख्यमंत्री कैंटीन योजना के तहत अब रांची में भी लोगों को साफ-सुथरा और पौष्टिक भोजन मिल सकेगा। पूर्वी सिंहभूम के बाद रांची दूसरा जिला होगा, जहां यह योजना लागू होगी और लोगों को 10 रुपये में भरपेट भोजन मिलेगा। इसके लिए 10 रुपये सरकार अपने मद से भी एजेंसी को देगी।
पूर्वी सिंहभूम में मनोनयन के आधार पर अन्नामृता फाउंडेशन को काम दिया गया है, जबकि रांची में यही काम टच स्टोन फाउंडेशन को मिला है। पूर्वी सिंहभूम जिले में मुख्यमंत्री कैंटीन योजना अन्नामृता फाउंडेशन (पूर्व नाम इस्कॉन फूड रिलिफ फाउंडेशन) जमशेदपुर के मनोनयन के साथ ही खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग के साथ एमओयू प्रारूप को भी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। झारखंड कैबिनेट ने बीते दिन योजना के संचालन के लिए 19 लाख रुपये के रिवाल्विंग फंड उपलब्ध कराने की मंजूरी दी है।
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