Move to Jagran APP

स्‍कूल फीस को लेकर झारखंड सरकार ने लिया यह बड़ा निर्णय, आदेश जारी

Decision on School Fees in Jharkhand. स्कूल खुलने के बाद समानुपातिक आधार पर वार्षिक शुल्क स्कूल ले सकेंगे। विलंब शुल्क भी स्कूल नहीं ले सकेंगे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 04:41 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 06:12 PM (IST)
स्‍कूल फीस को लेकर झारखंड सरकार ने लिया यह बड़ा निर्णय, आदेश जारी
स्‍कूल फीस को लेकर झारखंड सरकार ने लिया यह बड़ा निर्णय, आदेश जारी

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। Private School Fee News झारखंड सरकार ने निजी स्‍कूलों में फीस को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। आज गुरुवार को जारी आदेश के अनुसार शुल्क में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं होगी। निजी स्कूल लॉकडाउन अवधि का शिक्षण शुल्क ले सकेंगे। इस अवधि का वार्षिक शुल्क, यातायात शुल्क एवं अन्य शुल्क पर रोक रहेगी। स्कूल खुलने के बाद समानुपातिक आधार पर वार्षिक शुल्क स्कूल ले सकेंगे। विलंब शुल्क भी स्कूल नहीं ले सकेंगे। आदेश का अनुपालन नहीं करने वाले स्कूलों को संबद्धता प्राप्त करने के लिए जारी एनओसी रद होगा। निजी स्कूल 2020-21 सत्र में कोई शुल्क भी नहीं बढ़ाएंगे।

loksabha election banner

वि़द्यालय का संचालन शुरू होने से पूर्व मासिक स्‍तर पर शिक्षण शुल्‍क लिया जा सकता है। किसी भी परिस्थिति में शिक्षण शुल्‍क जमा नहीं करने पर किसी भी छात्र को स्‍कूल निकाल नहीं सकते हैं और न ही ऑनलाइन क्‍लास से वंचित कर सकते हैं। सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, स्‍कूल किसी भी शिक्षक या कर्मचारी के वेतन में कटौती भी नहीं कर सकते हैं। विद्यालय प्रबंधन कोई नया शुल्‍क सृजित कर अभिभावकों पर बोझ नहीं डालेगा। ऐसा करने पर सरकार स्‍कूल की एनओसी रद करने या अन्‍य कार्रवाई करेगी।

सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण आम लोगाें को अपने दैनिक जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। कोरोना के कारण सभी स्‍कूलों को अगले आदेश तक के लिए बंद भी कर दिया गया। विद्यालयाें में ऑनलाइन पढ़ाई भी शुरू की गई। कई अभिभावकों का रोजगार चला गया तो कई की आमदनी प्रभावित हुई। इसके कारण समय पर स्‍कूल फीस जमा करने में भी परेशानी हुई। इसे देखते हुए शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए विद्यालय शुल्‍क में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।

यह भी पढ़ें: Emergency in India: आपातकाल का वह दौर, जब मुस्लिम बंदियों के लिए सेहरी बनाते थे स्वयंसेवक

यह भी पढ़ें: मंदिर में लड़की की मांग भरी फिर दोस्‍त के साथ किया दुष्कर्म, फोटो वायरल करने के बाद फरार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.