राज्य ब्यूरो, रांची: नमन विक्सल ने भी कोलकाता में पिछले साल 30 जुलाई को गिरफ्तारी और 49 लाख रुपयों की बरामदगी से संबंधित सवाल किए गए। कोगाड़ी ने भी बताया कि कोलकाता में बरामद 49 लाख रुपयों में उनके रुपये भी थे। उन्होंने बैंक से लोन लिया था और वे इससे संबंधित कागजात दिखा सकते हैं।

साड़ी खरीदने गए थे कोलकाता

डॉ. इरफान अंसारी और राजेश कच्छप की तरह कोलेबिरा के विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने भी ईडी को बताया कि वे लोग क्षेत्र की महिलाओं के लिए साड़ी खरीदने कोलकाता जा रहे थे कि 30 जुलाई 2022 को कोलकाता पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। तब उनके पास 49 लाख रुपये थे, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया था।

षडयंत्र के तहत फंसाया गया

उन पर यह आरोप भी मढ़ दिया गया कि वे लोग हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार गिराने का षड्यंत्र रच रहे थे और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा से मिलकर लौट रहे थे। उन पर यह भी आरोप लगाया गया था कि बरामद रुपये भाजपा के थे।

तीनों ही विधायकों ने बारी-बारी से ईडी को बयान देकर स्पष्ट कर दिया है कि वे महागठबंधन सरकार के साथ हैं और उन्होंने सरकार गिराने का षड्यंत्र कभी नहीं रचा। उन्हें बदनाम करने के लिए उनपर गंभीर आरोप लगाया गया है।

अनूप सिंह को दोबारा समन कर सकती है ईडी

सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने के मामले में अपने तीन साथी विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप व नमन विक्सल कोंगाड़ी पर गंभीर आरोप लगाने वाले बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को ईडी दोबारा समन कर सकती है।

मंत्री पद और दस करोड़ का ऑफर मिलने की  कही थी बात

इसके पहले भी ईडी ने 24 दिसंबर को अनूप सिंह का बयान लिया था। अनूप सिंह ने ईडी के सामने अपने बयान को दोहराया था कि उन्हें आरोपित तीनों साथी विधायकों ने सरकार गिराने के लिए दस करोड़ रुपये व मंत्री पद का ऑफर दिया था। कोलकाता में 30 जुलाई 2022 को तीनों विधायकों की 49 लाख रुपये के साथ गिरफ्तारी के अगले ही दिन 31 जुलाई को अनूप सिंह ने इस मामले में रांची के अरगोड़ा थाने में भी जीरो प्राथमिकी दर्ज कराकर सनसनी फैला दी थी।

Edited By: Mohit Tripathi