Jharkhand Budget 2022: झारखंड के कई जिलों में बढ़ गई महिलाओं में एनीमिया, डाक्टर और नर्स के पद बड़ी संख्या में रिक्त
Jharkhand Budget 2022 झारखंड सरकार ने बुधवार को आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इसके अनुसार कई जिलों में महिलाओं में एनीमिया की समस्या बढ़ गई है। वहीं चिकित्सकों एएनएम व स्टाफ नर्स के पद बड़ी संख्या में रिक्त चल रहे हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य के कई जिलों में महिलाओं में एनीमिया की समस्या बढ़ गई है। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट-2021-22 में एनएफएचएस-4 तथा एनएफएचएस-5 के आंकड़ों की तुलना करते हुए बताया गया है कि राज्य के 24 जिलों में से 10 जिलों में सभी आयु की महिलाओं (15-49 वर्ष) में एनीमिया में वृद्धि हुई है। वहीं, 14 जिलों में युवा महिलाओं (15-19 वर्ष) में एनीमिया में वृद्धि हुई है।
संस्थागत प्रसव में काफी सुधार हुआ
रिपोर्ट के अनुसार, यहां संस्थागत प्रसव में काफी सुधार हुआ है। रांची में संस्थागत प्रसव की संख्या सबसे अधिक है। इसके बाद गिरिडीह का स्थान है। संस्थागत प्रसव की दर की बात करें तो यह पूर्वी सिंहभूम और कोडरमा में सबसे अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी सिंहभूम में वर्ष 2015-16 में संस्थागत प्रसव सबसे कम 37 प्रतिशत थी जो वर्ष 2019-21 में बढ़कर लगभग दोगुनी 68 प्रतिशत हो गई है। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में केवल 1998-99 की अवधि के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में टोटल फर्टिलिटी रेट (टीएफआर) थोड़ा अधिक था। इसके बाद वर्तमान दौर 2019-21 तक ग्रामीण क्षेत्रों में टीएफआर अधिक है।
मेडिकल स्टाफ की झारखंड में कमी
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में स्वास्थ्य में चिकित्सकों, स्टाफ नर्स तथा एएनएम की कमी का भी उल्लेख किया गया है। राज्य में विशेषज्ञ चिकित्सकों के कुल 1,023 तथा चिकित्सा पदाधिकारियों के 803 पद रिक्त हैं। राज्य में एएनएम के कुल 2,578 तथा स्टाफ नर्स के 515 पद रिक्त हैं।