झारखंड के 15 जिलों के 110 प्रखंड पिछड़ा घोषित
गैर लाभकारी संस्थाओं को अस्पताल और शैक्षणिक संस्थानों के निर्माण के लिए रियायती।
रांची । गैर लाभकारी संस्थाओं को अस्पताल और शैक्षणिक संस्थानों के निर्माण के लिए रियायती दर पर जमीन देने का रास्ता साफ हो गया है। सरकार ने इस बाबत राज्य के अनुसूचित जिलों के 134 प्रखंडों में से 110 को पिछड़ा घोषित किया है।
राज्य के किस हिस्से में संबंधित संस्थानों की स्थापना पर जमीन की वर्तमान कीमत में 75 फीसद की छूट मिलेगी और कहां 50 फीसद, मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति ने पिछले दिनों इस पर मंत्रणा की थी।
बहरहाल राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है। जानकारी के अनुसार निकाय क्षेत्र के आसपास के क्षेत्र में संबंधित संस्थान खोलने वाली गैर लाभकारी संस्थाओं को बाजार मूल्य से 50 फीसद कम तथा शेष प्रखंडों में 75 फीसद कम कीमत पर जमीन मुहैया कराई जाएगी।
किस जिले के कौन-कौन प्रखंड पिछड़ा
रांची : बेड़ो, लापुंग, अनगड़ा, बुड़मू, चान्हों, मांडर, तमाड़, सोनाहातू, इटकी और राहे। खूंटी : तोरपा, रनिया, मुरहू, अड़की और कर्रा।
सिमडेगा : कोलेबिरा, बानो, जलडेगा, ठेठईटांगर, बोलबा, कुरडेग, पाकरटांड़, केरसई और बांसजोर।
लातेहार : गारू, महुआडांड़, बरवाडीह, मनिका, बालूमाथ, चंदवा, बरियातू और हेरहंज। गुमला : भरनो, सिसई, घाघरा, चैनपुर, डुमरी, विशुनपुर, रायडीह, पालकोट, बसिया, कामडारा और अलबर्ट एक्का। लोहरदगा : भंडरा, सेन्हा, किस्को, कुडू, कैंरो व पेशरार। पूर्वी सिंहभूम : घाटशिला, धालभूमगढ़, मुसाबनी, डुमरिया, पटमदा, पोटका, बहरागोड़ा, चाकुलिया, बोड़ाम और गुड़ाबांदा।
पश्चिमी सिंहभूम : मनोहरपुर, मझगाव, कुमारडुंगी, बंदगांव, मंझारी, खूंटपानी, तांतनगर, नोवामुंडी, जगरनाथपुर, गोइलकेरा, सोनुवा, झींकपानी, टोंटो, गम्हरिया, आनंदपुर व गुदड़ी। सरायकेला-खरसावां : खरसावां, कुचाई, चांडिल, ईचागढ़, नीमडीह, राजनगर (गोविंदपुर) व कुकडू। जामताड़ा : नारायणपुर, नाला, कुंडहित, करमाटांड़ और फतेहपुर। दुमका : जामा, शिकारीपाड़ा, रानेश्वर, रामगढ़, जरमुंडी, मसलिया, सरैयाहाट, काठीकुंड और गोपीकांदर। साहिबगंज : बरहेट, पतना, बोरियो, तालझाड़ी, उधवा और मंडरो। पाकुड़ : पाकुडि़या, महेशपुर, हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा। गोड्डा : सुंदरपहाड़ी और बोआरीजोर।
गढ़वा : भंडरिया।