डाक्टर नीलिमा को अगवा कर फिरौती लेने वाला अपराधी गिरफ्तार, आईएमए डाक्टरों की अब ये मांग
Jharkhand Crime News लातेहार चंदवा की डाक्टर नीलिमा को अगवा कर फिरौती लेने वाले अपराधियों को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अपरहणकर्ताओं की गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ से होने की बात कही जा रही है। अब डाक्टरों की सुरक्षा के लिए नोडल डीएसपी की तैनाती की मांग की है।
रांची, जागरण संवाददादा। Jharkhand Crime News : लातेहार चंदवा की आदिवासी डाक्टर नीलिमा को अगवा कर फिरौती लेने वाले अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, एक दिन पहले ही छत्तीसगढ़ राज्य से वारदात में उपयोग की गई कार भी बरामद कर ली गई है। सुत्रों के अनुसार अपरहणकर्ताओं की गिरफ्तारी भी छत्तीसगढ़ से होने की बात कही जा रही है। अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए ने झारखंड पुलिस की सराहना की है और डाक्टरों की सुरक्षा के लिए जिलों में नोडल डीएसपी की तैनाती की मांग की है।
आईएमए व आईएमए विमेन डाक्टर विंग का प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को डीजीपी नीरज सिन्हा से मुलाकात कर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आग्रह किया।
झारखंड में दूर दराज के इलाकों में काम करनेवाली महिला चिकित्सक काफी भयभीत स्थिति में कर रही हैं काम
महिला डाक्टर को प्रताड़ित किए जाने के बाद महिला विंग की चेयरपर्सन डा भारती कश्यप ने कहा कि महिला डाक्टरों की सुरक्षा के लिए समाज के लोगों के साथ-साथ पुलिस को भी आगे आना होगा। डा भारती कश्यप सहित झारखंड आइएमए के सचिव डा प्रदीप सिंह और आइएमए रांची के अध्यक्ष शंभु सिंह ने डा नीलिमा से फिरौती मांगने वाले अपहरणकर्ता की त्वरित गिरफ्तारी के लिए धन्यवाद दिया। प्रतिनिधिमंडल ने फिरौती की रकम वापस कराने की मांग की है। विमेन डाक्टर विंग के प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी को बताया कि झारखंड में दूर दराज के इलाकों में काम करनेवाली महिला चिकित्सक काफी भयभीत स्थिति में काम कर रही हैं, जिसे लेकर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस को लेनी होगी।
आईएम विमेन डाक्टर विंग ने कहा अब मिली राहत
विमेन डाक्टर विंग की चेयरपर्सन डा भारती कश्यप ने बताया कि चंदवा में पदस्थापित महिला चिकित्सक डा नीलिमा कुमारी के अपहर्ता की गिरफ्तारी से चिकित्सक समुदाय राहत महसूस कर रहा है। प्रतिनिधिमंडल को डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि इस घटना में व्यक्तिगत नजर पहले से है। इस घटना में शामिल अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और फिरौती की रकम वापस कराने के लिए प्रयासरत है। इस कांड में जुड़े किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी।
12 जनवरी को डाक्टर का हुआ था अपहरण
आपको बता दें कि, 12 जनवरी की शाम सीएससी में अपहरणकर्ता ने डब्ल्यूएचओ का डाक्टर बताते हुए महिला चिकित्सक के बारे में पूछताछ की। स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें बताया कि मैडम घर पर हैं। इसके बाद अपहरणकर्ता उनके घर पहुंचे और उन्हें अपने कब्जे में लिया। इसके बाद उन्हें रामगढ़ ले गये। दूसरे दिन बैंक से सेल्फ चेक से ढाई लाख की निकासी करा कर फरार हो गये। महिला चिकित्सक डा नीलिमा ने 16 जनवरी को चंदवा थाने में अपहरण और ढाई लाख रुपये फिरौती देकर रिहा होने का मामला दर्ज कराया था। लेकिन उसके बाद भी किसी भी अपरहणकर्ताओं की गिरफ्तारी नहीं हो पायी थी। जिसके बाद ही आईएमए सहित राज्य के सभी डाक्टरों ने आक्रोश जताया और सरकार से जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी और सफलता हाथ लगी।