नौकरी का लालच देकर लड़कियों से दुष्कर्म कर वीडियो वायरल करता था झारखंड का यह अफसर
jharkhand crime news झारखंड के सिमडेगा जिले में नौकरी का लालच देकर कई लड़कियों से दुष्कर्म करने और उनका वीडियो बनाकर वायरल करने वाला जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजीव कुमार को झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। लड़कियों से अवैध संबंध बनाकर वीडियो वायरल करने के आरोपित जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) राजीव कुमार को झारखंड हाई कोर्ट से राहत मिली है। जस्टिस आर मुखोपाध्याय की अदालत ने आरोपित की हिरासत की अवधि (6-7 माह) को देखते हुए उन्हें जमानत प्रदान की है।
कई महीने से जेल में बंद था आरोपित अधिकारी
अदालत ने दस-दस हजार रुपये के दो निजी मुचलके पर उसे रिहा करने का निर्देश दिया है। अदालत ने प्रार्थी को निर्देश दिया कि वह निचली अदालत में सुनवाई के दौरान सहयोग करेगा। सुनवाई के दौरान प्रार्थी के अधिवक्ता ने कहा कि पिछले कई महीने से आरोपित जेल में हैं। इसलिए उनकी जेल की अवधि को देखते हुए उन्हें जमानत दी जाए।
सिमडेगा में डीपीएम पद पर कार्यरत था राजीव कुमार
अदालत में झारखंड सरकार की ओर से इसका विरोध किया गया। बता दें कि सिमडेगा में डीपीएम पद पर कार्यरत राजीव कुमार पर अपने साथ काम करने वाली तीन लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाकर उसका वीडियो वायरल करने का आरोप है। इसको लेकर सिमडेगा के महिला थाना में मामला दर्ज किया गया है। निचली अदालत से जमानत याचिका खारिज होने के बाद हाई कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की गई थी।
सिमडेगा सदर अस्पताल में पदस्थापित था आरोपित
मालूम हो कि आरोपित एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) अंतर्गत सिमडेगा सदर अस्पताल में पदस्थापित था। आरोपित जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) रहा है। आरोपित राजीव कुमार को पुलिस ने कई लड़कियों से यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसपर कई लड़कियों ने आरोप लगाया है कि नौकरी दिलाने का झांसा और कई तरह के प्रलोभन देकर डीपीएम ने उनका यौन शोषण किया और वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था।
कोलेबिरा चेकनाका के पास से हुआ था गिरफ्तार
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद डीपीएम सिमडेगा से फरार हो गया था। लेकिन पुलिस ने उसे कोलेबिरा के वन विभाग के चेकनाका के पास से गिरफ्तार कर लिया था। एसपी डा. शम्स तबरेज ने तब बताया था कि आरोपित डीपीएम राजीव कुमार मूलत: सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर हाउसिंग कालोनी के रहने वाला है। उसके विरुद्ध महिला थाना में आइटी एक्ट की धारा भी लगाई गई है। गिरफ्तार डीपीएम के पास से लैपटॉप, मोबाइल, कार्ड रीडर, पेन ड्राइव व डीवीडी बरामद किया गया था। डीपीएम के विरुद्ध साहिबगंज जिले में भी मामला दर्ज है।
कई लड़कियों ने लगाया आरोप तो दर्ज हुई प्राथमिकी
एसपी ने यह भी बताया था कि लड़कियों को डीपीएम इस तरह के कुकृत्य करने के लिए प्रलोभन देता था। नौकरी लगाने की लालच देता था। अश्लील वीडियो बनाकर कई महिलाओं को अपने जाल में फांसकर लिया था। उनका यौन शोषण कर रहा था। लड़कियों की शिकायत के बाद ही इस मामले का खुलासा हुआ। तब प्राथमिकी भी दर्ज की गई। आरोपित डीपीएम की गिरफ्तारी में कोलेबिरा थाना प्रभारी रामेश्वर भगत ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्हें पुरस्कार स्वरूप 2500 रुपये देने की बात एसपी ने कही थी।