Coronavirus Update: झारखंड में कोरोना इलाज की दर घटी, 18 हजार की जगह अब 12 हजार ही ले सकेंगे निजी अस्पताल
Coronavirus Update अब एक दिन के इलाज के लिए अस्पताल अधिकतम 12 हजार रुपये ले सकेंगे। बता दें कि झारखंड में पहले 18 हजार रुपये अधिकतम दर तय थी। इधर राज्य में हाल के दिनों में कोरोना का संक्रमण तेजी से कम हुआ है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Corona Treatment Rate Decreased in Jharkhand झारखंड सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के इलाज करोनवाले लोगों को राहत प्रदान की है। सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों द्वारा ली जानेवाली अधिकतम राशि में संशोधन किया है। इसके तहत कोई भी प्राइवेट अस्पताल कोरोना मरीजों की इलाज के लिए प्रतिदिन अधिकतम 12 हजार रुपये ले सकेंगे। पहले यह अधिकतम राशि 18 हजार रुपये निर्धारित थी। किसी भी अस्पताल को मरीज से तय सीमा से अधिक राशि लेने का अधिकार नहीं होगा।
राज्य सरकार ने इस बार भी पूर्व की तरह 24 जिलों को तीन श्रेणियों में बांटते हुए संशोधित दर निर्धारित की है। जिलों के ग्रेड के आधार पर ही इलाज की संशोधित दरें तय की गई हैं। ए ग्रेड में रखे गये शहरों में अब गंभीर से गंभीर रोगी के इलाज के लिए कोई भी अस्पताल अधिकतम 12 हजार रुपये ले सकेंगे। इसमें पीपीई किट, वेंटिलेटर आदि उपकरणों के शुल्क भी शामिल हैं। यह राशि एनएबीएच से मान्यता प्राप्त अस्पतालों के लिए है। अन्य अस्पताल अधिकतम 11,500 रुपये ही ले सकेंगे।
बी श्रेणी के अस्पतालों के लिए यह राशि क्रमश: 11 हजार और 10,500 रुपये ही है। वहीं, सी श्रेणी के जिलों में क्रमश: 10,500 रुपये तथा नौ हजार रुपये ही देने होंगे।
ए श्रेणी में शामिल जिले
रांची, पूर्वी सिंहभूम, धनबाद एवं बोकारो।
बी श्रेणी में शामिल जिले
हजारीबाग, पलामू, देवघर, सरायकेला, रामगढ़ एवं गिरिडीह
सी श्रेणी में शामिल जिले
चतरा, दुमका, गढ़वा, गोड्डा, गुमला, जामताड़ा, खूंटी, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, साहिबगंज, सिमडेगा एवं पश्चिमी सिंहभूम।
कोरोना को हराकर बाबूलाल हुए स्वस्थ
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी कोरोना को हराकर स्वस्थ हो गए हैं। मंगलवार को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि फिलहाल डाक्टरों ने उन्हें आइसोलेशन में रहने व आराम करने की सलाह दी है।
फिर से बढ़ सकता है संक्रमण, सावधानी जरूरी
राज्य में भले ही हाल के दिनों में कोरोना का संक्रमण तेजी से कम हुआ हो, लेकिन जानकारों की मानें तो अभी इसके दोबारा बढऩे का खतरा बरकरार है। इसके लिए आवश्यक सावधानी तथा शारीरिक दूरी के नियमों का पालन जरूरी है। वहीं, जांच की गति भी बरकरार रखने की जरूरत है। बता दें कि राज्य में जुलाई के पहले सप्ताह में भी संक्रमण थोड़ा कम हुआ था, लेकिन बाद में इसमें तेजी से वृद्धि होने लगी। स्वास्थ्य सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी ने भी इसे लेकर सभी उपायुक्तों को सचेत रहने तथा कंटेनमेंट जोन व हॉट स्पॉट में जांच की गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
ऐसे कोराना संक्रमण में आई कमी
तिथि - सात दिनों में औसत वृद्धि दर
1 जून 7.14 फीसद
1 जुलाई 1.86 फीसद
1 अगस्त 5.29 फीसद
1 सितंबर 4.51 फीसद
6 अक्टूबर 1.06 फीसद
तिथि - कितने दिनों में हो रहे डबल
1 जून 10.1 दिन
1 जुलाई 37.56 दिन
1 अगस्त 13.45 दिन
1 सितंबर 15.69 दिन
6 अक्टूबर 65.67 दिन