Lockdown: सरयू राय जमशेदपुर जाने को तड़प रहे, बीमार मां से मिल पाने में बेबस हुए अनंत ओझा
राज्य सरकार के पूर्व मंत्री सरयू राय को राजधानी रांची से जमशेदपुर जाने के लिए आधिकारिक अनुमति नहीं मिल रही है। उन्होंने इस संबंध में तमाम आला अधिकारियों से गुहार लगाई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Coronavirus In Jharkhand एक ओर जहां जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर यहां -वहां जाने और लॉकडाउन उल्लंघन के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं राज्य सरकार के पूर्व मंत्री सरयू राय को राजधानी रांची से जमशेदपुर जाने के लिए आधिकारिक अनुमति नहीं मिल रही है। उन्होंने इस संबंध में तमाम आला अधिकारियों से लेकर राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा तक से गुहार लगाई है। सरयू
राय ने दलील दी है कि लॉकडाउन होने के बाद से वे अपने क्षेत्र से दूर राजधानी रांची में फंसे हैं। उन्हें उम्मीद थी कि 20 अप्रैल से मूवमेंट में कुछ राहत मिल पाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अधिकारियों को उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि वे काफी दिनों से अपने निर्वाचन क्षेत्र जमशेदपुर से दूर हैं और वहां जाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी जा रही है। इस बाबत नियमों का हवाला देते हुए एक जिले में मूवमेंट की बात की जा रही है।
सरयू राय ने अधिकारियों को लिखे पत्र में नियमों में ढील की आशा जताई है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। वे भी चाहते तो बगैर किसी रोकटोक के जमशेदपुर जा सकते थे लेकिन नियमों की अनदेखी से बेहतर संदेश नहीं जाता, इसलिए उन्होंने अधिकारियों को पत्र लिखकर अपनी भावना से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन से विधिवत इजाजत मिलने के बाद ही वे रांची से जमशेदपुर जाएंगे।
विधायक अनंत की मां बीमार, साहिबगंज आने की नहीं मिली अनुमति
राजमहल विधायक अनंत ओझा की मां शैल देवी की तबीयत अचानक बिगडऩे की वजह से दो दिन पहले वह गिर गईं। डॉ. रणविजय की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है, जबकि विधायक लॉकडाउन की वजह से रांची में फंसे हुए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से यहां आने की अनुमति मांगी थी, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद अब उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव से यहां आने की अनुमति मांगने की बात कही है।
बताया जाता है कि विधानसभा का सत्र चलने की वजह से विधायक अनंत ओझा रांची में थे, तभी लॉकडाउन की घोषणा हो गई। प्रारंभ के दिनों में लॉकडाउन के दौरान बहुत ज्यादा सख्ती नहीं थी। इसका लाभ उठाकर कई विधायक वहां से निकल गए, लेकिन अनंत ओझा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा का सम्मान करते हुए वहीं रह गए। बाद के दिनों में सख्ती बढ़ गई। इधर, दो दिन पूर्व उनकी 65 वर्षीया मां अचानक गिर गईं। इसके बाद परिजन व यहां के लोग उन्हें लेकर सूर्या सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पहुंचे, जहां उनका सिटी स्कैन किया गया। डॉ. रणविजय की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। उधर, मामले की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने साहिबगंज जिला प्रशासन से यहां आने की अनुमति मांगी, जो नहीं मिली।
विधानसभा का सत्र चलने की वजह से लॉकडाउन की घोषणा के समय मैं रांची में था। उस समय से यहीं हूं। साहिबगंज में रह रही मां की तबीयत खराब है। उधर, संकट की इस घड़ी में जनता का हाल-चाल लेना भी जरूरी है। अनुमति के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिख रहा हूं। - अनंत ओझा, विधायक, राजमहल विस क्षेत्र।