Coronavirus: मास्क-सेनिटाइजर के लिए दवा दुकानों पर लगी लंबी लाइन
Coronavirus कोरोना के संदिग्ध मामले पाए जाने के बाद रांची के लोगों में भी कोरोना को लेकर डर व्याप्त है। कुछ दिनों से सेनिटाइजर मास्क आदि हाइजीन चीजों की खपत बढ़ गई है।
रांची, जासं। देश के कुछ हिस्सों में कोरोना के संदिग्ध मामले पाए जाने के बाद रांची के लोगों में भी कोरोना को लेकर लोग डरे हुए हैैं। पिछले कुछ दिनों से रांचीवासी सेनिटाईजर, मास्क आदि हाइजीन की वस्तुओं की खूब खरीदारी कर रहे हैं। वहीं, लोगों के इस डर का स्टॉकिस्ट और खुदरा दुकानदार फायदा उठा रहे हैं। रांची के अपर बाजार के एक स्टॉकिस्ट ने बताया कि थोक बाजार में मास्क की काफी शॉर्टेज है, जिसे देखते हुए कुछ व्यापारी मनमाने दाम पर मास्क की बिक्री कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाजार में 40 रुपये के मास्क 400 रुपये तक में बेचे जा रहे हैं। इसके अलावा खुदरा दुकानों में सेनिटाइजर्स की बिक्री भी 50 फीसद तक बढ़ गई है। एक व्यक्ति एक बार में चार-चार पांच-पांच सेनिटाइजर की डिमांड कर रहा है। इधर, डिमांड बढऩे के कारण इसकी भी कालाबाजारी शुरू हो गई है।
अपर बाजार के थोक दवा व्यापारियों के मुताबिक सेनिटाइजर की डिमांड बढ़ी है, लेकिन आपूर्ति सामान्य है। उन्होंने कहा कि लोग कोरोना को लेकर पैनिक हो गए हैं। यही वजह है कि बाजार में डिमांड बढ़ गई है। व्यापारियों ने यह भी कहा कि अप्रैल तक पैरासिटामोल व एंटीबॉटिक्स आदि दवाओं की उपलब्धता पर कोई असर नहीं होगा। लेकिन अगर तब तक हालात काबू में नहीं आए तो फिर कुछ असर देखने को मिल सकता है। क्योंकि इन दवाओं के लिए रॉ मेटेरियल की सप्लाई चीन से ही होती है।
मास्क का शॉर्टेज है। कोरोना के कारण दवाओं की सप्लाई पर कोई असर नहीं पड़ा है। हां, इंफ्रारेड थर्मामीटर नहीं आ रहे हैं और सेनिटाईजर्स की बिक्री 50 फीसद तक बढ़ गई है। मो जमाल, आजाद फार्मा, केमिस्ट
बाजार में अभी दवाओं की कोई कमी नहीं है। एजेंसी के पास भी पर्याप्त दवा उपलब्ध है। लेकिन अगर अप्रैल तक यही हाल रहा तो पैरासिटामोल की टैबलेट्स की आपूर्ति पर असर देखने को मिल सकता है। दुर्गा प्रसाद, आरके इंटरप्राईजेज, दवा के थोक विक्रेता
बाजार में मास्क की भारी कमी है। कुछ स्टॉकिस्ट इस कारण मनमाने दाम पर मास्क की बिक्री कर रहे हैं। अनिल कुमार सिन्हा, संध्या इंटरप्राईजेज।