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हालात खराब हुई तो निपटने के लिए अस्पतालों में एक हजार वेंटिलेटर तैयार

Jharkhand Corona Alert कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की तीसरी लहर (Third Wave) में मरीज उतने गंभीर नहीं हो रहे हैं जितनी पहली और दूसरी लहर में हो रहे थे। इसके बावजूद आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में वेंटिलेटर (Ventilators In Hospitals) तैयार हैं।

By Sanjay KumarEdited By: Published: Mon, 10 Jan 2022 07:16 AM (IST)Updated: Mon, 10 Jan 2022 07:58 AM (IST)
हालात खराब हुई तो निपटने के लिए अस्पतालों में एक हजार वेंटिलेटर तैयार
एक तरफ इमरजेंसी स्थिति के लिए वेंटिलेटर तैयार, दूसरी ओर गढ़वा कर्मियों की लापरवाही आई सामने

रांची, (राज्य ब्यूरो)। Jharkhand Corona Alert : कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की तीसरी लहर (Third Wave) में मरीज उतने गंभीर नहीं हो रहे हैं, जितनी पहली और दूसरी लहर में हो रहे थे। इस कारण अभी तक वेंटिलेटर (Ventilator) की जरूरत नहीं के बराबर पड़ी है। इसके बावजूद आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में वेंटिलेटर (Ventilators In Hospitals) तैयार हैं। पिछले वर्ष पीएम केयर फंड (PM Care Fund) तथा अन्य स्रोतों से मिले लगभग एक हजार वेंटिलेटर विभिन्न जिला अस्पतालों में चालू हालत में रखे गए हैं। झारखंड सरकार (Jharkhand Government) के निर्देश पर इन्हें क्रियाशील करने को लेकर माक ड्रिल भी किए जा रहे हैं।

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पीएम केयर फंड से 663 वेंटिलेटर मिले

झारखंड सरकार को पीएम केयर फंड से पीएम केयर फंड से 663 वेंटिलेटर मिले हैं, हालांकि इनमें कुछ वेंटिलेटर शुरू में खराब थे, जिन्हें ठीक कर इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, लगभग 350 वेंटिलेटर अन्य स्रोतों से भी जिलों को मिले हैं। पीएम केयर फंड से वेंटिलेटर मिलने के बाद उनके संचालन के लिए चिकित्सकों एवं अन्य कर्मियों को रिम्स में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

वेंटिलेटरों को क्रियाशील रखने के निर्देश

इधर, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के अभियान निदेशक रमेश घोलप गोरख ने सभी सिविल सर्जनों को पूर्व में दिए गए वेंटिलेटरों को क्रियाशील रखने के निर्देश दिए हैं। वेंटिलेटर के संचालन के लिए आवश्यक सामग्री की उपलब्धता भी सुनिश्चित रखने को भी कहा है।

गढ़वा में 24 वेंटिलेटर नहीं हुए इंस्टाल, स्टोर में हैं रखे

गढ़वा में 64 वेंटिलेटर में 30 वेंटिलेटर सदर अस्पताल परिसर स्थित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में लगाए हैं। वहीं, सीएचसी मेराल में छह, अनुमंडलीय अस्पताल श्रीबंशीधर नगर में तीन तथा सीएचसी मझिआंव में एक वेंटिलेटर लगाए गए हैं। 24 वेंटिलेटर आइडीएसपी, गढ़वा के स्टोर में रखे हुए हैं। यहां संबंधित पदाधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही सामने आई है।

वेंटिलेटर खराब होने पर देनी है आनलाइन जानकारी

पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर के संचालन व रखरखाव की मानिटरिंग कंप्रीहेंसिव वेब बेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से आनलाइन की जा रही है। वेंटिलेटर में किसी प्रकार की खराबी आने या उसके संचालन में समस्या होने पर एमआइआइवेंटिलेटर्स डाट कोविड 19 डाट जीओवी डाट इन के माध्यम से संबंधित फर्म को शिकायत करने के निर्देश सभी नोडल पदाधिकारियों को दिए गए हैं।

यह है जिलों में वेंटिलेटर की स्थिति 

  • चतरा सदर अस्पताल में 44 वेंटिलेटर इंस्टाल किए गए हैं जो सभी क्रियाशील हैं।
  • सरायकेला सदर अस्पताल में 40 वेंटिलेटर लगाए गए हैं। सभी काम कर रहे हैं।
  • लोहरदगा जिले में कुल 29 वेंटिलेटर उपलब्ध हुए थे। इनमें से छह वेंटिलेटर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगा लिए गए थे। वर्तमान में 23 वेंटिलेटर में 21 क्रियाशील हैं। दो वेंटिलेटर इंस्टाल नहीं हुए हैं।
  • रामगढ़ में 28 वेंटिलेटर लगाए गए हैं जो सभी चालू हालत में हैं।
  • पूर्वी सिंहभूम में पीएम केयर फंड से मिले 40 वेंटिलेटर में 26 एमजीएम अस्पताल तथा अन्य दूसरे अस्पतालों में लगाए गए हैं। सभी काम कर रहे हैं।
  • पलामू स्थित मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल में 29 वेंटिलेटर लगए गए हैं, जो क्रियाशील हैं।
  • दुमका के फूलो-झानो मेडिकल कालेज व अस्पताल में 67 वेंटिलेटर हैं, जो चालू हालत में हैं।

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