Gandhi Jayanti 2019: गांधी जयंती पर कांग्रेसियों ने की पदयात्रा, पर राजनीति करने से नहीं चूके
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि भाजपाइयों को हक नहीं कि गांधी का नाम भी अपनी जुबां पर लाएं। रामेश्वर उरांव ने कहा कि भूख से मौत पर गांधी के विचारों को अपनाने की जरूरत है।
रांची, राज्य ब्यूरो। खुद को महात्मा गांधी का सच्चा अनुयायी साबित करने में कांग्रेसियों ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। पदयात्रा की, जुलूस निकाला और उस गाड़ी पर भी घूमे जिसपर कभी महात्मा गांधी चढ़े थे लेकिन राजनीति से न चूके। सभा में परोक्ष या अपरोक्ष रूप से भाजपा को कोसते हुए सभी नेताओं ने अपनी बातें रखीं। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने तो यहां तक कहा कि भाजपा के नेताओं को कोई हक नहीं कि वे महात्मा गांधी का नाम भी अपनी जुबां पर लाएं।
उन्हीं की बोली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव भी बोले और नसीहत दी कि मॉब लिंचिंग, भूख से मौत के मामलों में सरकार को महात्मा गांधी के विचारों को आत्मसात करना चाहिए। यह सोचना चाहिए कि गांधीजी होते तो क्या करते। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को विधायकों समेत दर्जनों कांग्रेस नेताओं ने संबोधित किया। कांग्रेस की संकल्प यात्रा बुधवार सुबह 11 बजे कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर संकल्प के साथ शुरू हुई।
शांति और सद्भावना के नाम पर संकल्प में जमीन के संरक्षण को लेकर कानून में छेड़छाड़ न हो, शोषण-दमन न हो, भूख से मौत न हो आदि कसमें खाई गईं। कांग्रेस जनों को कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने संकल्प दिलाया। पदयात्रा में महात्मा गांधी के वेश में झांकियां निकाली गईं। झांकी में 'रघुपति राघव राजा राम के साथ-साथ बापू हम शर्मिन्दा हैं तेरे कातिल जिन्दा हैं - जैसे नारे भी लगाए गए।
जुलूस कोकर चौक, लालपुर चौक, ओल्ड हजारीबाग रोड, अल्बर्ट एक्का चौक, चडरी, रांची नगर निगम, आयुक्त कार्यालय, कचहरी चौक, रेडियम रोड होते हुए मोरहाबादी मैदान तक पहुंचा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक दुबे ने बताया कि कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से दस हजार कार्यकर्ता पहुंचे थे। कार्यक्रम की शुरुआत में कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उस गाड़ी से निकले जिससे 1940 में महात्मा गांधी रामगढ़ के लिए रवाना हुए थे।
ये नेता शामिल हुए पदयात्रा में
पदयात्रा में विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, सांसद गीता कोड़ा, विधायक सुखदेव भगत, विक्सल कोनगाड़ी, डॉ. इरफान अंसारी, देवेंद्र सिंह बिट्टू, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, पूर्व मंत्री ददई दुबे, अमानत अली, गीताश्री उरांव, बन्ना गुप्ता, केएन. त्रिपाठी, मन्नान मल्लिक, डॉ. सरफराज अहमद, तिलकधारी सिंह, डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मानस सिन्हा, संजय लाल पासवान, संगठन प्रभारी रवींद्र सिंह, प्रवक्ता शमशेर आलम, आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, राजीव रंजन प्रसाद, डॉ. एम. तौसीफ, डॉ. राजेश गुप्ता सुरेश बैठा, अशोक चौधरी, रमा खलखो, सुलतान अहमद, प्रदीप तुलस्यान व सुन्दरी तिर्की आदि शामिल थे।
सरकार गांधी के विचारों का अपमान करती है : आरपीएन
मोरहाबादी मैदान में सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि आज भारत में गांधी के आदर्शों की प्रासंगिकता सबसे ज्यादा है। इसके आगे जोड़ा कि देश व राज्य की सरकार गांधी के विचारों का अपमान करती है। ऐसे भाजपा नेताओं को कोई हक नहीं है कि महात्मा गांधी का नाम भी अपनी जुबां पर लाए। महात्मा गांधी के सत्याग्रह का भी भाजपा ने मजाक उड़ाया है।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि गांधी के विचारों एवं आदर्शों का देश एवं राज्य को आवश्यकता है। समय आ गया है कि जो घटनाएं राज्य में हो रही हैं, उसपर गांधीजी के विचारों को आत्मसात किया जाए। मॉब लिंचिंग, भुखमरी से मौत, आदि मामलों में गांधी के विचारों को अपनाया जाए।
उरांव के बिगड़े बोल, कहा-गंदगी के कारण मंदिर नहीं जाते थे बापू
सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के बोल बिगड़ गए। कहते-कहते बोल गए कि एक बार महात्मा गांधी से लोगों ने पूछा कि आप रोज रघुपति राघव गाते हैं लेकिन मंदिर में क्यों नहीं जाते। बकौल उरांव, इस पर बापू ने कहा कि मंदिरों में भगवान नहीं, गंदगी रहती है इसलिए वहां नहीं जाता।
हिंदू धर्म और उसके धार्मिक स्थलों का अपमान करना बंद करें कांग्रेसी : भाजपा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने गांधी जी को गलत तरीके से कोट करते हुए कहा है कि गांधी जी ने मंदिर में जाने से मना किया था। प्रतुल ने कहा कि यह कांग्रेसियों की अपनी सोच है और वह गलत बयानी करके राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम का दुरुपयोग कर रहे है।
प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव कांग्रेस के हिंदू धर्म के प्रति कुंठित सोच को उजागर कर रहे हैं। कहा, कि रामेश्वर उरांव का गांधी जी को कोट करके यह कहना की मंदिर में भगवान नहीं सिर्फ गंदगी और कूड़ा- कचरा रहता है बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस शर्मनाक प्रकरण और हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए कांग्रेस को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। प्रतुल ने कहा कि ऐसे विवादास्पद बयान देकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष फिर से तुष्टिकरण की राजनीति करना चाह रहे हैं।